जीवन में सफल होने के लिऐ Motivation का होना बहुत ज्यादा जरुरी हे और Motivate रहना भी जरुरी हे जिसके लिऐ अक्सर Motivation story in Hindi का सुझाव दिया जाता है क्योंकि इनमे अनोखी Short Motivation Story in Hindi भाषा में उपलब्ध होती हैं जोकि आपको सफ़लता के लिऐ प्रेरित करती हैं।
Motivation Story In Hindi सुकरात से पूछा सफ़लता का राज़
Short Motivation Story In Hindi : एक बार महान Philosopher सुकरात से एक व्यक्ति ने पूछा की “सफलता का राज क्या है” सुकरात ज्ञानी पुरुष थे इसलिए अक्सर लोग उनसे इस प्रकार के सवाल पूछा करते थे जिनके जवाब सुकरात एकदम सटीक देते थे।
सुकरात ने कहा मैं तुम्हें इसका जवाब कल सुबह नदी किनारे दूंगा तुम मुझे वहीं मिलना व्यक्ति ने कहा ठीक है व्यक्ति बताए हुए समय पर सुबह नदी किनारे पहुंचा।
सुकरात पहले से उस स्थान पर मौजूद थे सुकरात ने कहा अब मैं तुम्हारे उस प्रश्न का जवाब दूंगा जवाब जानने के लिए तुम नदी में जब तक चलते जाओ जब तक पानी तुम्हारे कंधे तक नहीं आ जाता मैं भी तुम्हारे साथ चलता हूं।
मैं तुम्हे सफ़लता का राज़ वहीं बताऊंगा व्यक्ति ने ऐसा ही किया वह नदी के अंदर जाने लगा एवं जब पानी उसके कंधे तक आने लगा तब सुकरात ने फुर्ती दिखाते हुए उसके सर को पानी में डुबो दिया जिससे वह व्यक्ति नदी में डूबने लगा।
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वह अपने हाथ पैर फड़फड़ा रहा था परंतु सुकरात ज्यादा शक्तिशाली पुरुष थे इसलिए उन्होंने कुछ लम्हों तक उस व्यक्ति को पानी में डुबो रखा जब उन्हें लगा कि अब व्यक्ति को सांस लेने की आवश्यकता है।
तब उन्होंने उस व्यक्ति को छोड़ दिया व्यक्ति ने नदी से निकलते ही तेजी से सांस लेना शुरू किया और वह बहुत लंबी लंबी सांसें भरने लगा सुकरात की यह हरकत से व्यक्ति बहुत नाराज हुआ।
तब व्यक्ति ने पूछा कि आप ऐसा करके क्या मुझे मारना चाहते हैं मैंने तो सिर्फ आपसे सफलता राज पूछा था तब सुकरात ने बताया कि जब तुम्हारा सर नदी में था तब तुम क्या सोच रहे थे।
तब व्यक्ति ने बताया कि मैं सब कुछ भूल गया था मुझे सिर्फ अपने सर को बाहर निकाल कर सांस लेनी थी मेरा दम घुट रहा था।
तब सुकरात ने बताया कि यही सफलता का राज है कि “जब तुम सफलता को उतनी ही तीव्र इच्छा से पाना चाहोगे जितनी तीव्र इच्छा है तुम सांस लेना चाहते थे तो तुम्हें सफलता अवश्य मिलेगी”।
Motivation Story In Hindi का निष्कर्ष
इस Short Motivation Story In Hindi से हमें यह सीख मिलती है कि सफलता पाने के लिए हमें अपने लक्ष्य के प्रति अत्यधिक इच्छाशक्ति और संकल्प होना चाहिए, जैसे कि जिन्दगी के लिए सांस लेना आवश्यक होता है।
Motivation Story In Hindi वरदराज एक मंदबुद्धि विद्यार्थी
Motivation Story In Hindi: प्राचीन समय की बात है जब बच्चों को पढ़ने के लिए गुरुकुल में भेजा जाता था एक बार वरदराज नाम का बच्चा भी गुरुकुल में पढ़ने के लिए भेजा गया कुछ समय बाद ही उसके गुरुकुल में अच्छे दोस्त बन गए।
वह सभी से प्रेम भाव से बोला करता था परंतु ऋषियों ने महसूस किया कि वरदराज पढ़ने में बहुत ही ज्यादा कमजोर है अधिक प्रयास के बाद भी वह उसे पड़ा नही पा रहे थे।
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प्रत्येक ऋषि ने उसे पढ़ने का प्रयास किया परंतु वह पढ़ नही पाता था वह पड़ी हुई चीज कुछ समय में भूल जाता था बहुत प्रयास करने के बाद वह कुछ भी याद नहीं कर पा रहा था।
ऋषि समझ चुके थे कि वरदराज के जीवन में शिक्षा की लकीर नहीं है इसलिए उन्होंने वरदराज को अपने पास बुलाया और कहा कि बेटा वरदराज अत्यधिक प्रयास करने के बाद भी हम तुम्हें शिक्षित करने में असमर्थ हैं।
कृपया हमें माफ कर देना यदि तुम यहां पर रहते हो तो इससे सिर्फ तुम्हारे जीवन का समय बर्बाद होगा क्योंकि तुम शिक्षित नहीं हो सकते हो वरदराज अपनी कमियां जानता था वह पढ़ने में कमजोर है।
ऋषियों के कहने पर वह अपनी वस्तुएं लेकर आश्रम से चला गया आश्रम के पास वाले गांव से जब वरदराज गुर्जर रहा था तब उसे प्यास लगी और वह कुएं के पास पानी पीने के लिए गया।
उसने देखा कि कुछ महिलाएं पानी भर रही है परंतु वरदराज ने एक ऐसी अनोखी चीज चीज़ देखी जिसने उसे हैरान कर दिया वह था पत्थर पर एक गहरा निशान।
वरदराज ने महिलाओं से पूछा कि यह आप लोगों ने किस प्रकार बनाया है क्योंकि किसी उपकरण के द्वारा इस प्रकार का सटीक गोल निशान बनाना असंभव है।
तब एक महिला ने जवाब दिया कि पुत्र हमने यह निशान नहीं बनाया है बल्कि जब हम रस्सी से रोजाना पानी निकालते हैं रस्सी की रगड़ के कारण यह पत्थर घिस चुका है।
यह जानकर वरदराज बहुत ज्यादा हैरान हुआ कि आखिरकार एक रस्सी जिसे कोई भी आसानी से काट सकता है उसने एक पत्थर को घिस दिया इससे वरदराज को एक सीख मिली कि मेरा मस्तिष्क भी इस पत्थर की तरह है।
मुझे निरंतर प्रयास करना होगा और शिक्षा से लगाव रखना होगा तभी मेरी मेहनत मेरे मंदबुद्धि दिमाग तक शिक्षा को पहुंचा पाएगी।
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जिस प्रकार इस रस्सी ने एक पत्थर को घिस दिया है इसी प्रकार मेरी मेहनत मेरी मंदबुद्धि को घिस देगी यह भावना लिए वरदराज आश्रम पहुंचा और उसने अपने साथ घटी घटना को आश्रम के ऋषियों को बताया।
जिससे ऋषियों ने भारत राज को एक और मौका देने का निर्णय लिया वरदराज राज बहुत मेहनत करने लगा और उसने निरंतर प्रयास से अपनी सारी कमियां दूर कर दी और वरदराज आश्रम का होनहार विद्यार्थी बन चुका था।
जब वरदराज बड़ा हुआ तो उसने संस्कृत भाषा में महारत करी यह सच्ची घटना है वरदराज जोकि बड़े होकर ज्ञानी बने उन्होंने संस्कृत भाषा में लघुसिद्धान्तकौमुदी, मध्यसिद्धान्तकौमुदी, सारसिद्धान्तकौमुदी, गीर्वाणपदमंजरी की रचना की करी जोकि एक महान कार्य था।
Motivation Story In Hindi का निष्कर्ष
इस Motivation Story In Hindi से हमें यह सीख मिलती है कि निरंतर प्रयास और धैर्य से किसी भी मुसीबत को दूर किया जा सकता है, मेहनत और संकल्प से असंभव कार्य को भी संभव किया जा सकता है।
Motivation Story In Hindi पानी देने वाला लडका
एक कृष्ण नाम का लड़का जो की बहुत ज्यादा सीधा था वह हमेशा दूसरों से प्रेम भाव से बात करता था क्योंकि वह कोमल दिल का था एक बार वह अपने गांव की पहाड़ी पर शांति की प्राप्ति के लिए टहलने गया।
तब उसे वहां पर कुछ पेड़ दिखाई दिए जोकि सूख रहे थे क्योंकि उन्हे पानी नही मिल रहा था, कृष्ण को लगा की पेड़ उससे बोल रहे हैं कि वह उन्हें पानी दे नहीं तो उनकी मृत्यु हो जाएगी।
कृष्णा को यह भावना बहुत अजीब लगी इसलिए वह तुरंत पहाड़ी से भाग कर अपने घर की तरफ आया और एक बड़े बर्तन में पानी भरकर पहाड़ी पर लेकर गया।
ऐसा करना बहुत ही ज्यादा कठिन कार्य था क्योंकि कृष्ण की उम्र 15 साल थी पर फिर भी वह हिम्मत नही हारा और पानी लेकर पहाड़ी पर गया।
पेड़ बहुत ज्यादा सूख चुका था इसलिए कृष्ण ने उस पेड़ को काफ़ी दिनों तक पानी दिया जिससे वह पेड़ फिर से हरा भरा होने लगा और उसकी नई पत्तियां आने लगी यह देख कृष्ण को बहुत संतुष्टि मिली उसी पेड़ की तरह और भी पेड़ सूखे हुए थे।
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रोजाना गांव से पहाड़ी तक पानी लाना काफी मुश्किल कार्य था परंतु कृष्ण ने उन पेड़ों को भी बचाने का निर्णय लिया सालों तक वह उन सभी पेड़ों को पानी देता रहा और पहाड़ी के वह पेड़ फिर से खिलने लगे वह नए पेड़ भी लगाता था।
जिससे पहाड़ी पर बहुत हरियाली होने लगी कृष्ण की यह मेहनत देख गांव के लोग कृष्णा की बहुत प्रशंशा करते थे एवं गांव के सरपंच ने कृष्ण को कई तोहफे भी दिए।
गांव के लोग भी पहाड़ी के सूखे पेड़ों को हरा भरा करना चाहते थे परंतु उन्हें लगता था पहाड़ी तक पानी ले जाना एक मुश्किल कार्य है इसलिए उन्होंने प्रयास नहीं किया।
परंतु कृष्ण ने निरंतर प्रयास किया और उसकी सफलता रंग लाई इस प्रकार उसने पहाड़ी पर बसे जंगल को फिर से हरा भरा कर दिया।
Motivation Story In Hindi का निष्कर्ष
यह कहानी हमें सिखाती है कि हमारे जीवन के छोटे-छोटे फैसले भी बड़ा बदलाव ला सकते हैं जिस प्रकार कृष्ण ने छोटा सा फैसला लेकर फिर से जंगल को हरा भरा कर दिया इसी प्रकार आप अपने जीवन में छोटे-छोटे बदलाव करके उसे बहुत अच्छा बना सकते हैं परंतु इसके लिए आपको निरंतर प्रयास करते रहना होगा।
Motivation Story In Hindi गरीब किसान
Motivation Story In Hindi: एक किसान जो की बहुत ज्यादा गरीब था एक बार वह खेत में हल जोत रहा था तभी उसे कुछ फलों के बीच दिखाई दिए उसने उन्हें फेंकने से अच्छा कहीं बो देना ज्यादा अच्छा समझा।
उसने सोचा यह बीज जब पेड़ बन जाएंगे शायद इनमे फल निकले जिन्हे बेच कर मैं मुनाफा भी कमा सकता हूं। इसी विचार के कारण पौधों को बो दिया वह रोजाना जब भी खेत में भोजन करता तो पानी पीते समय उन पौधों पर भी कुछ पानी का छिड़काव कर दिया करता था।
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किसान उन्हे पानी देता रहता था और उनकी देखभाल भी करता था मैं जानता था कि सालों को निकालने में कई वर्षों का समय लगेगा इसलिए उसमें धैर्य बना रखा और निरंतर मेहनत करता रहा।
समय बीता और कुछ सालों के बाद वह पौधे बड़े होकर पेड़ बन गए एक बार जब किसान अपने खेत में हल जोतने के लिए गया तब उसने पेड़ पर ध्यान से देखा तो उसे पता चला कि पेड़ों से फल निकल रहे हैं।
जिन्हे देख किसान बहुत ज्यादा खुश हुआ उसे उम्मीद नहीं थी कि उसकी जिंदगी का छोटा सा फैसला उसे इतनी खुशी दिला सकता है वह फल लीची था जिसकी बाजार में बहुत ज्यादा कीमत होती है।
कुछ महीनो बाद ही फल पेड़ों से पक कर नीचे गिरने लगे हर पेड़ पर बहुत बड़ी मात्रा में फल हो गए थे किसान ने उन सभी फलों को तोड़ा और मंडी लेजाकर उन्हें बेच दिया।
किसान को फलों के बदले में बहुत सारा पैसा मिल चुका था किसान ने समझदारी दिखाते हुए मुनाफे की कमाई से बहुत बड़ी मात्रा में फलों के बीज खरीद लिऐ और उन्हें भी खेत के साइड में बो दिया।
इसी प्रकार कई सालों तक किसान मेहनत करता रहा और एक समय ऐसा आया जब वह अपने गांव का सबसे धनी व्यक्ति बन चुका था क्योंकि अब उसके बहुत सारे बाग थे।
और वह हर एक प्रकार का फल अपने बागों में उगाता था उसके बागों में काम करने वाले बहुत सारे नौकर थे एवं उसके खेतों की देखभाल करने वाले भी बहुत लोग थे। उसके छोटे से फैसले और निरंतर प्रयास और प्रयास के कारण उसकी गरीबी खत्म हो चुकी थी।
Motivation Story In Hindi का निष्कर्ष
यह कहानी हमें सिखाती है कि धैर्य, समझदारी, और निरंतर मेहनत से ही सफ़लता प्राप्त की जा सकती है आपको सफ़लता प्राप्त करने के लिए धैर्य रखना होगा।