जीवन में हमेशा Motivate रहना मुश्किल होता है क्योंकि कोई न कोई ऐसी परिस्थिति आती है जिससे हम Demotivate हो जाते हैं। पंरतु जीवन में motivate रहना बहुत जरूरी है क्योंकि यदि हम जीने की आशा खोते हैं तो हमे कई बडी मुसीबतों का सामना करना पढ़ता है। इसलिए दोस्तों हम आपको बतायेंगे कमाल की Short Motivational Stories जिनसे आपको अनोखा ज्ञान मिलेगा और अच्छी शिक्षा भी मिलेगी।
1. दो भाइयों की कहानी Short Motivational Stories in Hindi
एक गांव में दो भाई रहते थे वह एक दूसरे से बहुत प्यार करते थे और दोनो की उम्र में 5 साल का अंतर था। छोटा भाई बहुत ही मासूम और नासमझ था, वह एक बार घर पे खेल रहा था तभी उसे बहुत ही सुंदर रंगीले रंग का तोता दिखा जिसे वह पकड़ कर अपना पास रखना चाहता था।
जाहिर सी बात है की वह नादान बच्चा था और अकसर छोटे बच्चे ऐसे ही ख्यालों में खोए रहते हैं। वह अपनी इस इच्छा को पूरा करना चाहता था इसलिए वह उस तोते की तरफ़ भागा तो तोता गांव के जंगल की ओर उड़ने लगा।
वह नादान बच्चा उस तोते का पीछा करते करते गांव के जंगल के अंदर चला गया। पर उसके बड़े भाई ने उसे देख लिया था, और वह उसे रोकने के लिए भागा और आवाज़ भी लगाई पर वह अपने ख्यालों में मस्त था और बस तोते तो पकड़ना चाहता था।
जब बडा भाई जंगल में गया तो उसे अपना छोटा भाई कही नही दिखा और भाई को ढूंढते ढूंढते वह एक कुएं में गिर गया वह बहुत घबरा गया और जोर जोर आवाज लगाने लगा।
अपने बड़े भाई की आवाज सुन छोटा भाई कुएं की तरफ़ आया और क्योंकि तोता आसमान में उड़ चुका था अब उसे अपने भाई की मदद करनी थी कैसे भी।
बड़े भाई ने कहा देखो ये रस्सी है इससे खुद को बांध लूंगा और तुम मुझे ऊपर खींचना छोटे भाई ने कहा की ठिक है पर छोटे भाई की उम्र सिर्फ 7 साल ही थी और उसके लिए यह करना बहुत मुश्किल था।
पर बड़े भाई ने उसे कहा ये तो बहुत आसान है मै तो जरा में कर देता वह अपने छोटे भाई को मोटिवेट करने के लिए ऐसा बोल रहा था जब छोटे भाई ने अपने बड़े भाई को कुएं से ऊपर खींचना शुरु किया तो बड़े भाई की सांसें थम सी गईं थीं क्योंकि उसने सोचा भी नही था की उसका छोटा भाई उसे कुएं से ऊपर खीच लेगा।
कुछ देर बाद बडा भाई कुएं से निकल गया और निकलते ही अपने भाई को गले से लगा लिया और पुछा तुमने ऐसा कैसे कर लिए तुम मुझसे 5 साल छोटे हो।
तब छोटे भाई ने कहा आपने ही तो कहा था कि यह बहुत आसान है तो मैने कर दिया तब बड़े भाई को समझ में आया की यह आत्मविश्वास की ताकत है यदि यहां हमारे अलावा कोई और होता तो शायद मेरा भाई नही कर पाता।
क्योंकि वह कहता की तुम यह नही कर पाओगे यहां कोई था नहीं जिसने हिम्मत नही तोड़ी इसलिए मेरे भाई ने यह अद्भुत काम कर लिया और दोनो भाई घर चले गए।
दोस्तो दुनियां का सबसे खतरनाक जहर डिमोटिवेशन को माना जाता है इसलिए इसे ख़ुद पे हावी न होने दें न खुद के जरिए और न ही दूसरों को बातों में आके कामयाबी और सफ़लता सिर्फ आपकी मेहनत से मिलेगी इसलिए प्रयास करते रहें।
2. बदनसीब भिखारी Short Motivational Stories in Hindi
एक रेलवे स्टेशन पर स्टेशन पर एक भिखारी रोजाना भीख मांगा करता था, उसके पास एक बहुत पुराना गंदा कटोरा था जिसमें लोग उसको भीख दिया करते थे वह ज्यादा कमाई करने के लिए गाना गया करता था।
जिस गांव से वह रेलवे स्टेशन पर भीख मांगने के लिए आया करता था जब भी उस गांव के लोग रेलवे स्टेशन पर आते तो आपस में चर्चा करते हैं कि इस भिखारी के पूर्वज बहुत नहीं ज्यादा अमीर थे पर यह गरीब है। पर उस भिखारी को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता था।
एक दिन वह भिखारी भीख मांग कर जाने ही वाला था कि अचानक से एक इंसान उसके पास आया जिसने उसका गंदा था कटोरा देखा और फिर भिखारी की शक्ल देखी और फिर कटोरा देखा और दोबारा से भिखारी की शक्ल देखी और फिर भिखारी से कहा क्या तुम मुझे यह कटोरा बेचोगे।
भिखारी भीख मांगते मांगते थोड़ा सा दिमाग से मेंटल भी हो चुका था, इसलिए उसने कहा मैं यह कटोरा तुम्हें नहीं बेचूंगा पर जब उस आदमी ने भिखारी के सामने नोट गिनने चालू करें तो भिखारी के मन में लालच आया उस आदमी ने कहा कि मैं तुम्हें 500 रूपए दूंगा।
पर भिखारी ख्यालों में डूबा था कि एक भी नोट मुझे मिल जाए तो मजा आ जाए। उस इंसान को लगा कि शायद यह इतने कम पैसों में नहीं देगा उस आदमी ने कहा मैं इस कटोरे के हजार रुपए दूंगा पर भिखारी अभी भी ख्यालों में डूबा था उस आदमी ने भिखारी के हाथ में 2000 रूपय रखे और कहां अब इतने तो ठीक है।
भिखारी होश में आया और उसने कहा हां हां इतने ठीक हैं वह आदमी उस कटोरे को लेकर जल्दी से आगे कि ओर तेजी से चलने लगा भिखारी सोच रहा था कि कहीं इसका मन ना पलट जाए एक टूटे-फूटे से कटोरे के लिए उसने मुझे ₹2000 दिए हैं और वह आदमी भी सोच रहा था कहीं यह भिखारी मुझसे दोबारा कटोरा ना मांग ले।
भिखारी अपने घर की तरफ चला गया और वह आदमी ट्रेन में बैठा और उसने अपनी बैग से कटोरा निकाला, वह एक जोहरी था। और वह उस कटोरे को देख कर ही समझ गया था कि यह सोने का है पर बस यह बहुत ज्यादा गंदा है, वह जोहरी करोड़पति बन चुका था।
यह कहानी उस भिखारी और उस जोहरी की नहीं है यह कहानी हमारे जीवन की है हम समय रहते अपनी उपस्थितियों का उपयोग नहीं करते हैं जिस प्रकार भिखारी को लगता था कि वह जीवन में कभी कुछ नहीं कर पाएगा और भीख मांग कर ही जीवन बिता देगा क्योंकी वह अपनी कीमत नही जानता था।
और हमे भी लगता है की हम यह काम हम नही कर सकते और हम सोचते हैं कि हम जीवन में कुछ बड़ा नहीं कर पाएंगे। परंतु यह सत्य नही है इसलिए अपनी काबिलियत को पहचानें कामयाबी को पाने का प्रयास करते रहें एक दिन सफलता जरूर मिलेगी।
3. जिन्दगी की भैंस Short Motivational Stories in Hindi
एक गुरू और शिष्य सफर पर निकले रात हो जाने के कारण एक घर पे गए और रात भर रुकने की अनुमति मांगी जहां गुरू और शिष्य रुके वह बहुत ही गरीब इंसान का परिवार था जिनका गुजारा एक भैंस पर ही होता था।
उसका दुध बेच के वह मजदूर अपने परिवार को पालता था उसके पास कमाई का कोई और जरिया नही था, रात को गुरू ने अपने शिष्य को उठाया और कहा चलो हमे अभि चलना होगा गुरू ने कहा हमे भैंस को भी साथ लेजा के जंगल में छोड़ना है गुरू की बात सुन शिष्य अचंभित रह गया।
पर वह गुरू कि बात टाल नहीं सकता था गुरू और शिष्य ने भैंस को दूर जंगल में लेज़ा के छोड़ दिया ताकी वह कभी किसान के पास न लौट सकें। शिष्य अपने गुरु की इस हरकत से बहुत ही सरमिंदा था की उसके गुरू ने किसी लाचार का आखरी सहारा यह भैंस भी छीन ली जिससे उस गरीब के बच्चें 2 समय का भोजन खा पाते थे।
समय बीता और 10 साल बाद शिष्य गुरु बन चुका था और उसने सोचा की वह उस मजदूर से अपने गुनाह की माफी मांगेगा की उसने और उसके गुरू ने उसकी भैंस को जंगल में छोड़ दिया था।
जब वह मजदूर के यहां पहुंचा तो उसने देखा की वहां पर एक आलिशान घर बना है और वह मजदूर अपने घर के पास बने बगीचे में घास काट रहा है। शिष्य उस मजदूर को और उसके घर को देख के हैरान था क्योंकि लगता था की मजदूर के पास बहुत पैसा है।
शिष्य मजदूर के पास गया और उससे कहा क्या आपने मुझे पहचाना मै और मेरे गुरू आपसे सरण मांगने आए थे। उस मजदूर व्यक्ती नई शिष्य को पहचान लिया और कहा आप बीना बताए ही चले गए थे और मुझे लगा शायद हम आपकी सेवा नही कर पाए।
शिष्य ने उसकी बदली हुई हालत का राज़ पूछा ओर कहा यह आलिशान घर और यह सानोसौकत कैसे मिली तुम्हे तुम्हारी हालत तो वहुत खराब थी। तब मजदूर व्यक्ती जो अब अमीर बन चुका था उसने बताया कि मेरे पास एक भैंस थी जोकि आपके जाने के बाद गायब हो गई जिससे मेरा घर चलता था।
पर जब वो कही चली गई तब मुझे अपने परिवार को पालने के लिए अन्य काम करने पढ़े। मैं इतनी ज्यादा मेहनत करने लगा कि मैंने काफ़ी पैसे कमा लिए और उन पैसों से खेत खरीद लिया, और खेत के मुनाफे से ये घर बनवा लिया और एक बहुत बडा बगीचा बनाया जिसमे कई पेड़ लगाए जोकि फल देते है।
उन्हे बेच के मै काफ़ी पैसा कमाता हूं इस प्रकार धीरे धीरे मेरी जिंदगी अच्छी होती चली गई और आज के समय में मुझे काम करने की जरुरत नहीं पढ़ती। मैने मजदूरों को काम पे लगाया है, और मै उन्हे अच्छा वेतन भी देता हूं।
वह शिष्य अपने गुरू का वो फैसला समझ गया जिसके लिऐ वह हमेशा उन्हें गलत समझता रहा क्योंकि भैंस के होने से वह गरीब इंसान कुछ नही करता था क्योंकि उसके घर का गुजारा हो ही जाता था, इसलिए गुरू ने उसकी भैंस को ही हटा दिया उसके पास से ताकी वह जीवन में बढने का प्रयास करे।
यह कहानी हमें बताती है की सभी के जीवन में एक ऐसी चीज़ होती है जोकि उसे आगे बढने से रोकती है इसलिए अपने जीवन की उस बढ़ा को तोड़ दें और आगे बढने का प्रयास करें अगर आपके पास थोडा है तो और पाने का प्रयास करें पर जीवन में कभी शांत न बैठें।
दोस्तो अगर आपको हमारे द्वारा बताई गई Short Motivational Stories in Hindi अच्छी लगी हो और अगर इस प्रेरणादायक कहानी ने आपको कुछ सिखाया हो तो कृप्या इसे अपने मित्रों के साथ साझा जरुर करें। और कृपया इस ब्लॉग Khanisegyani.com ब्लॉग को रेटिंग करना न भूलें रेटिंग करने का ऑप्शन आर्टिकल के अंत में है अपना कीमती समय इस कहानी को देने के लिए धन्यवाद।
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