दोस्तों इस ब्लॉग पोस्ट में हम आपसे Inspirational Hindi Story साझा कर रहे हैं पर यह Hindi Inspirational Story With Moral के साथ हैं जोकि आपको Inspirational Hindi Story का निष्कर्ष भी बताएंगी इन प्रेरणादायक कहानियां से कम समय में ज्यादा ज्ञान मिलता है क्योंकि यह Motivational Hindi Story Short है।
Howard Schultz Inspirational Hindi Story
एक कॉफी शॉप चलाने वाले व्यक्ति को बिजनेस का आइडिया आया और उसने सोचा की वह दुनिया भर में अपनी कॉपी का ब्रांड फैला सकता है वह खुद का बिजनेस खोलना चाहता था।
परंतु उसके पास इतना पैसा नहीं था कि वह बिजनेस को खड़ा कर सके इसलिए उसने कई बड़े इन्वेस्टर्स को अपना बिजनेस आइडिया बताया परंतु उन्होंने मना कर दिया कई सालों तक वह इन्वेस्टर्स को अपना आईडिया बताता रहा।
हर बार वह मना कर देते थे परंतु उस व्यक्ति को अपने बिजनेस पर इतना ज्यादा भरोसा था कि उसने हार नहीं मानी और वह लगन से मेहनत करता रहा कई सालों तक लोगों के ऑफिस के धक्के खाने के बाद और 250 बार रिजेक्ट होने के बाद।
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एक इन्वेस्टर ने उस व्यक्ति के आइडिया पर इन्वेस्ट किया और उस व्यक्ति मने अपना ब्रांड लॉन्च किया कुछ ही समय में उसने अपने बिजनेस को पूरी दुनिया में फैलाना शुरू कर दिया और उस बिजनेस मॉडल को आज के समय में Starbucks के नाम से जाना जाता है।
जोकि तेजी से पूरी दुनिया में फैलता जा रहा है जिस व्यक्ती का नाम है हॉवर्ड शुल्त्ज़ (Howard Schultz) जिन्होंने हार न मानने की जिद से साबित कर दिया की यदि कामयाबी पाने की इच्छा दिल से हो तो आपको कामयाब होने से कोई नहीं रोक सकता है।
Akshay Kumar Inspirational Hindi Story
एक बच्चा जो की स्वभाव से बहुत ही ज्यादा मासूम था उसका पढ़ाई में मन नहीं लगता था क्योंकि उसे पढ़ाई करना अच्छा नही लगता था इसलिए अच्छे अंक नहीं आते थे परंतु जब एक बार वार्षिक परीक्षा में वह फेल हो गया तब वह बहुत ज्यादा डर गया।
जब वह घर जा रहा था तो पूरे रास्ते यही सोचता रहा कि घर पर पहुंच कर उसके पिता उसे बहुत डाटेंगे वह घर जाने से डर रहा था जब उसने घर पर पहुंच कर अपने पिता को परीक्षा का रिपोर्ट कार्ड दिखाया तब उसके पिता ने बिना गुस्सा किए अपने बेटे से पूछा।
दुनिया का सबसे बडा ज्ञान देती है ये अनोखी कहानी Inspirational Hindi Story
बेटा तुम क्या बनना चाहते हो क्योंकि वह लडका पढ़ाई में कमज़ोर था यह बात उसके पिता समझ चुके थे तब बेटे ने बताया कि पिताजी मैं खिलाड़ी बनना चाहता हूं वह लड़का खेलों में तो खिलाड़ी नहीं बना बल्कि वह असली जिंदगी का खिलाड़ी बन गया।
वह लडका वर्तमान समय में अक्षय कुमार है अक्षय कुमार पढ़ाई में ज्यादा अच्छे नहीं है इसलिए वह जिस कार्य को दिल से करना चाहते थे उन्होंने वह किया इसलिए अक्षय ने कॉलेज भी छोड़ कर दिया था।
जिसमें उनके पिता ने उनके साथ दिया और उन्होंने बसों और ट्रेनों में धक्के खाय अपना गुजारा करने के लिए बच्चों को मार्शल आर्ट की कक्षा भी दी जीवन मुश्किल से गुजर रहा था।
परंतु उन्होंने कभी हार नहीं मानी और लगातार मेहनत करते गए ट्रेनों और बसों में धक्का खाने वाला लड़का आज के समय में बॉलीवुड का खिलाड़ी है और नेशनल अवार्ड जीत चुका है।
अक्षय कुमार कितने कामयाब व्यक्ति हैं हमें यह बात आपको बताने की जरूरत नहीं है वह कामयाब हुए क्योंकि उन्होंने जीवन में सफल होने की कसम खाई थी और जब तक हार नही मानी जब तक वह जिन्दगी में कामयाब नही हो गय।
Robert Downey Jr Inspirational Hindi Story
एक बच्चा जोकि बचपन में ही नशा करना सीख गया था और बढ़ती उम्र के साथ यह आदत उसके लिऐ श्राप बन गई कोई भी उससे बोलना नहीं चाहता था एवं कोई भी उसका साथ देना नहीं चाहता था।
एक बार वह अपनी लत के कारण जेल भी गया लंबे समय तक जेल काटने के बाद जब वह बाहर आया तब उसने कसम खाई कि वह अपने जीवन को पूरी तरीके से बदल देगा।
जिंदगी का सच बताने वाली अनोखी कहानी Inspirational Hindi Story
जो नशा उसके जीवन का हिस्सा चुका था उसने उसे हमेशा के लिए छोड़ने की कसम खा आई और समय के साथ उसे छोड़ दिया इस बच्चे की मां एक मॉडल और पिता डायरेक्टर थे इसलिए वह बचपन से ही एक्टिंग जानता था।
परंतु अपनी नशे की आदत की वजह से कोई भी उसके साथ नहीं था उसने अपनी कला को निखारा और हॉलीवुड में एक्टिंग करियर में कदम रखा समय के साथ वह मेहनत करता गया।
और खुद को सुधारता गया एक व्यक्ति जिससे किसी वक्त कोई बोलना नहीं चाहता था वर्तमान समय में वह व्यक्ति आयरन मैन के नाम से जाना जाता है जिसका नाम रॉबर्ट डाउनी जूनियर है।
रॉबर्ट डाउनी जूनियर हॉलीवुड के सबसे ज्यादा प्रशंसा पानी वाले अभिनेताओं में से एक हैं मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स (MCU) के एक मुख्य अभिनय IRON MAN की वजह से वह विश्व भर में प्रसिद्ध हैं।
Johnny Lever Inspirational Hindi Story
जॉनी लीवर ने एक गरीब परिवार में जन्म लिया था जॉनी लीवर जब छोटे थे तब उनके परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत ही ज्यादा खराब थी वह अक्सर स्कूल में शिक्षकों की नकल करते हुए मिमिक्री किया करते थे।
जिससे वह शिक्षकों एवं विद्यार्थियों का दिल जीत लिया करते थे वह अपनी विद्यालय की जिंदगी से बहुत ज्यादा खुश थे परंतु आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण उन्हें सातवीं कक्षा में ही स्कूल को हमेशा के लिए अलविदा कहना पड़ा था।
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घर का गुजारा करने के लिए वह रोड पर पेन बेचा करते थे और सिनेमा घरों के बाहर अभिनेताओं की मिमिक्री करते हुए ब्लैक में टिकट भी बेचा करते थे जिस कारण उन्हें कई बार बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ा।
उनका जीवन बहुत दुखदायक था परंतु वह अपने हुनर को जानते थे इसलिए जब भी उन्हें अपना हुनर दिखाने का मौका मिलता था वह उसे दिखाया करते थे जीवन बहुत पीड़ा दायक का परंतु वह अपने परिवार को किसी प्रकार से गरीबी से छुटकारा दिलाना चाहते थे।
इसलिए लिए उन्होंने कई नौकरियां करी परंतु जब वह हिंदुस्तान युनिलीवर में नौकरी किया करते थे तब उन्होंने एक बार एक फंक्शन के दौरान मैनेजर की मिमिक्री करी थी जो कि लोगों को बहुत ज्यादा पसंद आई।
जिसके बाद उन्होंने कामयाबी की पहली सीढ़ी चढ़ी अभी उन्हें कामयाबी मिली नहीं थी जिसके बाद उन्होंने बहुत मेहनत करी और लगातार सफलता प्राप्त करने के लिए प्रयास करते गए एक गरीब लड़का जिसका सपना बन चुका था गरीबी से छुटकारा पाना।
उसने अपनी कमियों को सुधारा और लगातार मेहनत करता रहा घंटों तक अपनी बारी आने का इंतजार किया करता था और लोगों के अपमान भी सहे जो कि आज के समय में बॉलीवुड का सबसे बड़ा कॉमेडियन जॉनी लीवर हैं।
एक समय ऐसा था जब जॉनी लीवर के बिना कोई भी डायरेक्टर कॉमेडी सीन बनाने को तैयार नहीं थे जॉनी लीवर की ईमानदारी और काम के प्रति श्रद्धा ने उन्हें कॉमेडी का बादशाह बना दिया।
असली सुख का अहसास Inspirational Hindi Story
यह एक अनोखी Inspirational Hindi Story है जोकि कुछ इस प्रकार है कुछ लड़के एक खेत के पास से जा रहे थे तभी उन्होंने जूते का एक जोड़ा देखा उन्होंने आसपास देखा तो पता चला कि खेत में काम कर रहे किसान के वह जूते हैं।
लड़कों ने सोचा क्यों ना जूतों में कंकड़ एवं कुछ छोटे पत्थर रख दिए जाएं ताकि जब किसान उनको पहने और सोचे के आसपास तो कोई नहीं है फिर यह कंकड़ कैसे आए और वह अचंभित हो जाए यह देखने में मजा आएगा सभी लड़के उत्सुक थे ऐसा करने में।
परंतु एक लड़का जिसका नाम मोहन था उसने कहा ऐसा करने से किसान का पैर जख्मी भी हो सकता है यदि तुम्हें आनंद ही लेना है तो ऐसा करो सभी मिलकर कुछ सिक्के इकट्ठे करते हैं।
उन सिक्कों को किसान के जूतों में डाल देंगे जब किसान सिक्कों को देखेगा और आसपास किसी को नहीं पाएगा तब वह किस प्रकार अपने भाव को प्रस्तुत करेगा यह मंजर देखने लायक होगा।
मोहन की इस बात से सभी लड़के संतुष्ट हुए उन्होंने अपने पास से कुछ पैसे लिए और किसान के जूतों में रख के झाड़ियों के पास छिप गय।
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जब किसान घर जाने के लिऐ खेत से निकला और जूते पहनने लगा तब उसे जूतों में कुछ अजीब महसूस हुआ जब उसने जूते में कुछ सिखों को देखा जिनका मूल्य बहुत ज्यादा था तो वह अचंभित हुआ।
आसपास देखने लगा जब उसे कोई नहीं दिखा तब वह आसमान की तरफ हाथ करते हुए कहने लगा हे इश्वर तू महान है यदि आज तेरी यह कृपा मुझ पर ना होती तो मेरे बच्चे भूखे ही सोते मैं तेरा आभारी हूं कि तूने मुझ पर यह उपकार किया।
लड़के झाड़ियां के पीछे से यह सब देख रहे थे जब उन्हे पता चला कि उनकी वजह से आज किसान के बच्चे भूखे नही सोएंगे इससे उन्हे बहुत सुख मिला और अनोखी खुशी का अहसास हुआ।
Inspirational Hindi Story का निष्कर्ष
इस प्रेरणादायक कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि दूसरों की मदद करने से और खुशी देकर असली सुख का अनुभव होता है, न कि दूसरों को परेशान या दुखी करने से सुख का अनुभव होता है दूसरों को परेशान करके कायरों सुकुन मिलता है।
अनपढ़ बेटा Inspirational Hindi Story
एक कुएं से चार महिलाएं पानी भर रही थी तभी एक महिला बोली मेरा बेटा कई वर्षों से आश्रम में शिक्षा ले रहा था वह ज्योतिषी बन चुका है जिससे मेरा एवं उसका जीवन धन्य हो गया।
दूसरी महिला बोली मेरा बेटा डॉक्टर बन चुका है और अब वह जीवन में सफल भी हो चुका है और वह हमारा सम्मान भी करता है।
गुरू और शिष्य की बातें Motivational Story In Hindi
तीसरी महिला बोली मेरा बेटा विद्यालय में बच्चों को पढ़ाता है और शिक्षक बन चुका है वह महिलाएं अपने बच्चों की काबिलियत एक दूसरे को बता रही थी तभी उन महिलाओं ने चौथी महिला से पूछा कि तुम भी बताओ तुम्हारा बेटा क्या करता है।
तब उस महिला ने बताया कि मेरा बेटा अनपढ़ है एवं वह खेतों में मजदूरी करता है यह सुनने के बाद बाकी महिलाएं हंसने लगी इससे उस महिला को बहुत ज्यादा बुरा लगा।
वह सभी पानी भरकर अपने घर की तरफ जा रही थी तभी पहली महिला का ज्योतिषी बेटा आया जोकी रास्ते से अपने घर की तरफ जा रहा था अपनी मां की सहेलियों को देख कर उसने सभी को प्रणाम किया।
और वहां से चला गया थोड़ा आगे जाने के बाद दूसरी महिलाओं के डॉक्टर एवं शिक्षक बेटे आए उन्होंने भी महिलाओं को प्रणाम किया एवं अपने घर की और चले गय।
थोड़ा आगे जाने के बाद चौथी महिला का अनपढ़ बेटा आया उसने सभी महिलाओं को प्रणाम किया और अपनी मां से कहा तुम क्यों पानी भरने चली आई मुझे ही कह देती यह कहते हुए उसने अपनी मां का पानी से मारा घड़ा अपने सर पर रख लिया।
और अपनी मां को अपने साथ लेकर घर की तरफ चला गया यह देखकर बाकी महिलाएं सोचने पर मजबूर हो गई की पढ़ने लिखने से कोई महान नही होता बल्की उसका व्यवहार ही उसे महान बनाता है।
Inspirational Hindi Story का निष्कर्ष
शिक्षा से अधिक महत्वपूर्ण इंसान का व्यवहार और सम्मान होता है सिर्फ पढ़ाई से कोई महान नही बनता बल्की संस्कार से व्यक्ती को महान की उपाधि दी जाति है।
ज्यादा पागल कौन Inspirational Hindi Story
एक व्यक्ति जोकिंग मंदिर के बाहर बैठा करता था लोग उसके हाथ पर 10 रूपए एवं 100 रुपए का नोट रखते थे और उसे कहते थे कि इनमें से जिसकी ज्यादा है उसे तुम उठा लो वह हमेशा 10 का नोट ही उठाता था।
जिस कारण लोग उसे पागल समझ कर उसका बहुत मजाक बनाते थे रोजाना कई लोग उसका मजाक बनाने के लिए यह प्रयोग किया करते थे वह दूर-दूर नगरों तक मशहूर होने लगा लोग उसके पास आकर प्रयोग किया करते थे।
पागल से बडा पागल कौन Motivational Story In Hindi
वह हमेशा 10 का नोट ही चुनता था कई वर्ष बीत गए एक बार उसका एक मित्र उसके पास आया और बोला कि यह बात तू भी जानता है और मैं भी जानता हूं कि तू पागल नहीं है और तू यह भी जानता है कि 10 का नोट ज्यादा कीमती होता है या 100 का नोट।
पर फिर भी तू 10 का नोट ही क्यों चुनता है तब वह बोला मैं कोई पागल नहीं हूं बल्कि जो लोग मुझे पागल समझते हैं वह खुद मूर्ख है मैंने हमेशा से 10 का नोट चुना जिस दिन मैंने 100 का नोट उठा लिया वह दिन मेरी कमाई का आखरी दिन होगा।
लोग मुझसे सवाल पूछना बंद कर देंगे मैंने 10 का नोट चुन चुन कर के लाखों की संपत्ति इकट्ठी कर ली है यदि मैं 100 का नोट उठा लिया तो लोग समझ जाएंगे कि मैं समझदार हूं और वह पूछना बंद कर देंगे इसलिए पागल मैं नहीं बल्कि वह लोग है जो मुझे पागल समझते हैं।
Inspirational Hindi Story का निष्कर्ष
इस Inspirational Hindi Story से हमें यह सीख मिलती है कि कभी-कभी समझदारी छिपाकर रखना और परिस्थितियों का सही फ़ायदा उठाना ज्यादा फायदेमंद हो सकता है।
सोने का पिंजरा Inspirational Hindi Story
एक बार एक अरबी व्यापारी को उसके मित्र ने भारत से लाकर एक तोता दिया तोता बहुत ही सुंदर और अनोखा था अरबी व्यापारी ने उस तोते को एक सोने के पिंजरे में रखा और उसे बहुत अच्छा भोजन दिया करता था।
तोता एवं व्यापारी दोनों आपस में बहुत खुश रहा करते थे एक बार व्यापारी को भारत व्यापार के लिए जाना था उसने अपने तोते से पूछा कि मैं तुम्हारी सरजमी भारत जा रहा हूं जहां से तुम आए हो।
जीवन बदल जायेगा इन 6 नैतिक कहानियों को पढ़ने से Inspirational Short Story In Hindi
बताओ तुम्हारे लिए कुछ लेकर आना है तब तोते ने कहा कि तुम्हें वहां कुछ मेरे जैसे तोते दिखेंगे उनसे कहना कि तुम्हारा एक मित्र मेरे साथ रहता है और वह सोने के पिंजरे में रहता है वह बहुत खुश है क्या तुम भी उसके साथ रहना चाहोगे।
व्यापारी ने कहा ठीक है मैं तुम्हारे मित्रों से तक तुम्हारा संदेश पहुंचा दूंगा जब व्यापारी भारत आया तो उसे एक बाग में कुछ तोते दिखाई दिए उसने उन तोतों को बताया कि तुम्हारा एक मित्र मेरे साथ रहता है।
जो कि सोने के पिंजरे में रहता है और मैं उसे अच्छा भोजन देता हूं वह बहुत खुश रहता है क्या तुम उसके साथ रहना चाहोगे उसने मुझे तुम तक यह पैगाम भेजने को कहा है।
सभी तोते व्यापारी की बातें सुन रहे थे तभी एक तोता व्यापारी के सामने आकर गिर गया व्यापारी को लगा कि उसकी मृत्यु हो चुकी है पर कुछ भी लम्हों में वह तोता दोबारा से उड़कर आसमान की तरफ चला गया।
यह देख व्यापारी हैरान हुआ और अपना काम पूरा करके अरब आ गया व्यापारी ने अपने तोते को यह घटना बताई घटना बताने के दौरान तोता पिंजरे में ही बेहोश हो गया व्यापारी को लगा उसकी मृत्यु हो गई है वह उसे दफनाने के लिए ले जाने लगा।
जब व्यापारी ने गड्ढा खोदना शुरू किया तभी तोता उड़ गया और कहने लगा कि मेरे मित्र ने मुझे पैगाम पहुंचाया है कि पंछी आसमान की गहराइयों में उड़ता हुआ अच्छा लगता है ना कि किसी पिंजरे में।
कैद भले सोने के पिंजरे में हो कैद कैद ही होती है इसलिए उसने तुम्हारे सामने इस प्रकार का प्रदर्शन किया था ताकि वह मुझे संदेश दे सके।
व्यापारी बोला मुझे कभी एहसास ही नहीं हुआ कि मुझे तुम्हें आजाद कर देना चाहिए मेरे दोस्त तुम जाओ और आसमान की उड़ान भरो और मुझे हमेशा याद रखना तभी तोता उड़ गया।
Inspirational Hindi Story का निष्कर्ष
इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि जीवन की आज़ादी सबसे मूल्यवान होती है चाहे कैद कितनी भी आरामदायक क्यों न हो, वह कैद ही रहती है सच्चा आनंद स्वतंत्रता में ही है
जादुई दरवाज़ा Inspirational Hindi Story
एक बार अंगद नाम के राजा ने अपने महल का एक विशाल दरवाजा बनवाया जिस पर एक गणित का सूत्र भी लिखवाया।
जिसको हल करने पर ही दरवाज़ा खुलेगा राजा ने सभी को कहा की जो भी व्यक्ति इस सूत्र को सुलझाकर दरवाजा खोल देगा वह राज्य का महामंत्री बनेगा।
यह बात सुनकर दूर-दूर नगर के गणितज्ञ वह सूत्र सुलझाने के लिए आने लगे परंतु कोई भी दरवाजे को नहीं खोल पाया एक बार तीन व्यक्ति आए जिनमें से दो बड़े गणितज्ञ मालूम होते थे।
जीवन बदलने वाली छोटी कमाल की नैतिक कहनियां an Inspirational Story
परंतु एक सामान्य व्यक्ति था जो अपने साथ कुछ भी नहीं लाया था उस व्यक्ति ने राजा से कहा कि पहले इन दोनों व्यक्तियों को मौका दिया जाए दोनों व्यक्ति सूत्रों को सुलझाने लगे।
बहुत प्रयत्न करने के बाद भी वह दरवाजे को नहीं खोल पाए और उन्हें आखिर में हार माननी पड़ी अब तक राज्य एवं आसपास के राज्य में कोई भी ऐसा गणित तक नहीं बचा था जिसने दरवाजा खोलने का प्रयास न किया हो अब तीसरे व्यक्ति की बारी आई।
उसने एक लंबी सांस ली और आंख बंद कर ली वह दरवाजे के पास बढ़ा और एक जोरों की लात दरवाजे में मारी जिससे दरवाजा खुल गया यह देख राजा तेजी से खड़ा हुआ और ताली बजाने लगा।
सारी प्रजा यह देखकर हैरान हुई तब एक मंत्री ने पूछा कि आखिरकार तुमने यह कैसे किया तुम तो एक सामान्य बालक हो जबकि कई गणितग इस प्रक्रिया में फेल हो चुके हैं।
तब बालक ने बताया कि प्रत्येक व्यक्ति आया और उसने गणित के सूत्रों का प्रयोग करना शुरू कर दिया परंतु यह किसी ने नहीं पता लगाया की दरवाजा सचमुच बंद है या नहीं सच तो यह है कि यह कभी भी किसी सूत्र से बाधित था ही नहीं।
यह एक सामान्य दरवाजा है तब महाराज ने बताया कि यह बालक सत्य कहता है इस दरवाजे पर कभी भी कोई सूत्र इस प्रकार नहीं लिखा गया है जिससे दरवाजा खुले बल्कि मैं एक ऐसे व्यक्ति की तलाश कर रहा था जो स्थिति के अनुसार अपनी सोचने की क्षमता का प्रयोग करे।
Inspirational Hindi Story का निष्कर्ष
हमें मुश्किलों का हल ढूंढते समय अपनी सोचने-समझने की क्षमता का उपयोग करना चाहिए कठिन दिखने बाला कार्य कभी कभी आसान भी हो सकता है।
मटकों का श्राप Inspirational Hindi Story
एक बार एक व्यापारी व्यापार करके अपने नगर की तरफ जा रहा था तभी उसने रास्ते में भोजन करके आराम करने का विचार बनाया।
वह अपनी बैलगाड़ी से भोजन लेकर एक पेड़ के नीचे बैठ गया खाना खाने के बाद उसे नींद आने लगी एवं वह पेड़ के सहारे आराम करने लगा।
तभी उसे कुछ मेहसूस हुआ जब उसने देखा तब पता चला कि एक मटका है जोकि जमीन में गडा है उसने मटके को खोदा तो मटके के पास एक और मटका दिखाई दिया।
सफ़लता का सूत्र An Inspirational Story
इस प्रकार उसे कुल 7 मटके मिले जब उसने मटकों को खोला तो उसे सभी में सोने के सिक्के मिले जिससे व्यापारी बहुत ज्यादा खुश हुआ परंतु जब उसने सातवें मटके को खोला तो वह आधा भरा हुआ था।
और उसमें एक पत्र था जिसमें लिखा था कि जिसने भी इस मटके को खोला है वह ध्यान दें कि यह सभी मटके श्रापित हैं यह व्यक्ति के जीवन का सुख चैन हमेशा के लिए छीन लेंगे।
उस व्यापारी को काफी धन मिल चुका था इसलिए उसने सोचा धन आखिरकार किस प्रकार श्रापित हो सकता है बल्कि धन तो ईश्वर के द्वारा दी गई सुंदर भेंट है।
वह उस पत्र को फाड़ कर उन मटकों को लेकर चला गया जब वह घर पहुंचा तो उसे एक बात दुखी करने लगी कि उसका सातवां मटका खाली क्यों है उसने सोचा कि अब मैं किसी प्रकार से इस साथ में मटके को पूरा करूंगा।
व्यापारी ने अपनी पूरी जिंदगी ही कमाई उस मटके में डाल दी परंतु वह फिर भी नहीं भरा उसने जिंदगी भर मेहनत करी और उस कमाई को मटके में डाला परंतु वह कभी भी पूरा नहीं भरा।
एक वक्त ऐसा आया जब व्यापारी की मृत्यु हो गई वह मटका श्राप था वह कभी भी पूरा नहीं भर सकता है यही उसका श्राप था व्यापारी को उतने ही दिन में खुश हो जाना चाहिए था।
एवं उसे सुकून की जिंदगी जीनी चाहिए थी परंतु उसके लालच ने उसे कभी सुकून लेने ही नहीं दिया क्योंकि उसे यह लगता रहा कि उसका धन पूरा नहीं है इस प्रकार उसकी पूरी जिंदगी समाप्त हो गई।
Inspirational Hindi Story का निष्कर्ष
इस Inspirational Hindi Story से सीख मिलती है लालच कभी समाप्त नहीं होता और व्यक्ति को सच्चे सुख और शांति से वंचित कर देता है तथा जो हमारे पास है उसी में खुश करना चाहिए।
कड़वा मन Inspirational Hindi Story
एक राजकुमार अपनी प्रजा पर बहुत ज्यादा अत्याचार किया करता था जबकि इसके विपरीत राजा बहुत ही ज्यादा दयालु एवं नरम स्वभाव का था वह राजकुमार को समझाता था ।
परंतु राजकुमार नहीं समझता था इस प्रकार राज्य में सत्ता पलट करने की साजिशें होने लगी जिससे राजा को बुरी तरह टेंशन सताने लगी तब उन्होंने एक महा ऋषि को बुलाया।
जिन्होंने राजकुमार को सुधारने का वादा किया वह राजकुमार को एक नीम के पेड़ के पास लेकर गए और राजकुमार से कहा कि इसकी पट्टी तोड़ो और इसे खाकर इसका स्वाद बताओ राजकुमार ने पत्ती को तोड़ कर खाया।
तो इससे उनके मूंह का स्वाद खराब हो गया। राजकुमार को गुस्सा आया और उन्होंने तलवार से नीम की वह डाल काट दी जिससे पत्ती तोड़ी थी ऋषि को पता था कि राजकुमार हिंसक स्वभाव का है इसलिए वह यह सब होता देख रहे थे।
तब वह राजकुमार के पास आय और उन्होंने राजकुमार से कहा कि आपने ऐसा क्यों किया तब राजकुमार ने बताया कि यह पत्तियां अभी इतनी ज्यादा कड़वी हैं।
भविष्य में तो यह विष बन जाएंगी इसलिए इनका वर्तमान समय में ही खत्म हो जाना आवश्यक है ऋषि राजकुमार के मुंह से यही निकलवाना चाहते थे तब ऋषि ने राजकुमार से कहा इसी प्रकार जरा आप खुद पर भी ध्यान दीजिए।
आपका स्वभाव भी इसी प्रकार है तब राजकुमार को महसूस हुआ कि उसके गलत स्वभाव हिंसा को बढ़ा रहा है राजकुमार ने अगले दिन जाकर प्रजा के बीच में सभी से माफी मांगी और सदैव शांति कायम रखने का वादा किया।
और हमेशा के लिऐ अहिंसा का पाठ अपना राज्य में कायम कर दिया जिस कारण प्रजा ने राजकुमार की गलतियों को भुला दिया और उसे माफ भी कर दिया।
Inspirational Hindi Story का निष्कर्ष
कड़वे स्वभाव और हिंसा का परिणाम नुकसानदायक हो सकता है इसलिए सदा शांति का मार्ग अपनाना चाहिए।
आटे की चक्की Inspirational Hindi Story
एक बार एक राजा ने साधु को चाय खजाने की सुरक्षा के लिए पूजा करवाई पूजा खत्म होने के बाद राजा ने साधु को सही खजाना दिखाया और कई प्रकार के अनोखे रत्न भी दिखाए।
और कुछ अनोखे पत्थर भी दिखाएं जिनका मूल्य बहुत ज्यादा था एक सैनिक जोकि शाही खजाने की सुरक्षा करता था वह थकान के कारण अपनी आंखें बन्द करके दरवाजे पे खड़ा था।
जिसे देख राजा को बहुत गुस्सा आया और उसने उस सैनिक का बहुत अपमान किया यह सब देखने के बाद साधु ने राजा को अपने घर आने का आमंत्रण दिया राजा साधु की बात को नहीं टाल सकता था।
इसलिए राजा अगले दिन साधु के घर पहुंचा साधु ने एक-एक करके अपने घर पर मौजूद प्रत्येक चीज दिखानी शुरू करी।
आखिर में उसने एक आटा पीसने वाली चक्की दिखाई और उसके बारे में बताने लगा परंतु राजा ने साधु को रोकते हुए कहा कि इसमें अनोखी बात क्या है यह तो प्रत्येक व्यक्ति के घर में होती है और यह कुछ पैसों में आसानी से बाजार से मिल सकती है।
तब साधु ने बताया कि यह भी एक पत्थर से बनी है और जिसकी सुरक्षा आपके सैनिक करते हैं वह भी पत्थर हैं परंतु दोनों में फर्क है उन पत्थरों को सुरक्षा आपके सैनिक करते है।
जबकि वह एक ही स्थान पे पड़े हैं और किसी के कोई काम भी नही आते जबकि यह चक्की लोगों को दिन रात गेहूं पीस के मेहनत करती है और व्यक्ती इसकी सहायता से 2 समय का भोजन करते हैं।
राजा ने कहा पर आप इससे मुझे क्या समझाना चाहते हैं तब साधु ने बताया कि राजन आपने उस सैनिक को डाटा वह इस चक्की की तरह है जो कि आपकी सुरक्षा करता है आप उस शाही खजाने के पत्थर की तरह हैं।
जो किसी काम का नहीं है और जो अपनी ही सुरक्षा के लिए दूसरों को भी परेशान करता है आप मध्यम मार्ग चुनिए और एक बेहतर राजा बनिए।
Inspirational Hindi Story का निष्कर्ष
इस Inspirational Hindi Story से सीख मिलती है मनुष्य को कठोर और घमंडी होने की बजाय नर्म स्वभाव का होना चाहिए और खुद को दूसरों से महान नही समझना चाहिए दूसरों से महान दृष्टि का व्यक्ती उस पत्थर की तरह है जो किसी के काम नही आता।
लिबास से पहचान Inspirational Hindi Story
एक बार एक विद्वान व्यक्ति मुल्लाह नसरुद्दीन शाह को शहर के सबसे अमीर व्यक्ति ने अपने घर दावत के लिए आमंत्रित किया वह रात्रि के समय अमीर व्यक्ति के घर दावत में शामिल होने के लिए पहुंचे।
उस दावत के सबसे मुख्य व्यक्ति मुल्लाह नसरुद्दीन शाह ही थे क्योंकि लोगों को उनसे किस्से एवं रोचक बातें सुननी थी जब वह धनी व्यक्ति के घर पहुंचे तो उन्हें दरबान ने रोक लिया।
क्योंकि वह अच्छे कपड़े पहनकर नहीं आए थे और वह किसी भी प्रकार से मेहमान नहीं लग रहे थे अक्सर लोग उन्हें दावत पर बुलाया रहते थे।
इसलिए वह ज्यादा सजते नहीं थे वह जिस हालत में होते थे उसी हालत में दावत में शामिल होने पहुंच जाते थे उन्होंने दरबान को बहुत समझाया परंतु वह नहीं समझा जिससे मुल्लाह नसरुद्दीन शाह को बहुत अपमानित महसूस हुआ।
वह अपने घर पर दोबारा आए और उन्होंने एक चमकीले कलर की लाल शेरवानी पहनी और सर पर कपड़ा बांधा और अपने घोड़े पर बैठकर दोबारा धनी व्यक्ति के घर गए।
तब दरबान ने उन्हें बिना पहचाने अंदर जाने दिया और दावत तक छोड़कर आया सभी ने मुल्लाह नसरुद्दीन शाह का स्वागत किया जब तक मुल्लाह नसरुद्दीन शाह कुर्सी पर नहीं बैठ गया तब तक कोई नहीं बैठा।
बैठते ही उनके सामने अच्छे-अच्छे पकवान पेश किए गए उन्होंने एक पकवान का कटोरा उठाया और अपनी शेरवानी पर पलट लिया जिससे सभी हैरान हो गए तभी एक व्यक्ति ने पूछा आपकी तबीयत तो ठीक है ना।
जब सभी व्यक्ति शांत हो गए तब मौलाना नसरुद्दीन शाह ने अपनी शेरवानी से कहा कि मुझे उम्मीद है कि तुम्हें यह पकवान पसंद आया होगा अब तो तुम्हे पता चल ही गया होगा की दावत पर मुझे नहीं बल्कि तुम्हे बुलाया गया था।
जब धनी व्यक्ति मौलाना नसरुद्दीन शाह की इस बात को समझा तो उसने उनसे सर झुका कर माफी मांगी और दरबान को नौकरी से निकालने लगा पर मुल्लाह नसरुद्दीन शाह ने ऐसा करने से मना कर दिया जिस कारण दरबान ने उनसे माफी मांगी।
Inspirational Hindi Story का निष्कर्ष
व्यक्ति की पहचान उसके कपड़ों या बाहरी दिखावे से नहीं होनी चाहिए, बल्कि उसकी आंतरिक खूबी और गुणों से होनी चाहिए।
कुएं में गिरा गधा Inspirational Hindi Story
एक बार एक व्यापारी दूर नगर से व्यापार करके अपने गांव की तरफ जा रहा था उसके पास कई गधे एवं एक बैलगाड़ी थी गलती से उसका एक गधा एक छोटे से कुएं में गिर गया व्यापारी ने बहुत कोशिश करी पर गधे को बाहर नहीं निकाल पाया।
गधा बाहर निकलने के लिए व्याकुल हो रहा था वह मरना नहीं चाहता था व्यापारी bahut कोशिश कर चुका था इसलिए उसने हार मानकर गधे को जिंदा ही दफनाने का विचार बनाया।
क्योंकि वह गधे को इतनी ज्यादा दुख में नहीं देख सकता था यदि वह उसे छोड़कर चला जाता है तो वह कई दिनों बाद भूख प्यार से मारेगा इसलिए उसने सोचा क्यों ना इसको इसी वक्त दफना दिया जाए।
उसने कुएं में बहुत सारी मिट्टी डालनी शुरू कर दी गधे को लगा कि उसके मलिक का विचार है वह मिट्टी डालते जाएंगे और इस प्रकार कुएं का स्तर ऊपर हो जायेगा और मै बाहर निकल जाऊंगा।
व्यापारी ने मिट्टी डालते समय महसूस किया कि गधा ऊपर आ रहा है जबकि वह तो उसे मारना चाहता था इसलिए उसने बहुत सारी मिट्टी डाल दी की गधा दफन हो जाय।
पर गधा मिट्टी के ऊपर आता जा रहा था जिससे व्यापारी बहुत ज्यादा परेशान हुआ आखिरकार मिट्टी का स्तर इतना ज्यादा बढ गया कि गधा ऊपर आ गया और अपने मालिक के गले लग गया और इस प्रकार वह मृत्यु से बच गया।
Inspirational Hindi Story का निष्कर्ष
इस Inspirational Hindi Story से सीख मिलती है हमें मुसीबत के समय सदा सकारात्मक ही सोचना चाहिए नकारात्मक विचार आपको बहुत बड़ा नुकसान दे सकते है गधा यदि सकारात्मक ना सोचता तो वह खुद को जिंदा मृत्यु को गले लगाते देखता।
मृत्यु का भय Inspirational Hindi Story
एक नगर में रामकिशन नाम का अमीर व्यक्ति रहा करता था जोकि हमेशा कामवासना के विचारों में डूबा रहता था वह अपना सारा धन नारियों एवं जुआ खाने में लुटा देता था ऐसा करना उसकी लत बन चुकी थी जिसे वह छोड़ना चाहता था।
परंतु छुड़ा नहीं पा रहा था एक बार उसे एक साधु बाबा मिले उसने साधु बाबा को अपनी समस्या बताई तब साधु बाबा ने कहा मुझे अपना हाथ दिखाओ मैं कोई समाधान ढूंढता हूं।
रामकिशन का हाथ देखकर साधु बाबा हैरान हुए जब रामकिशन ने पूछा तो बाबा ने बताया कि पुत्र मैं तुम्हें तुम्हारा जीवन सुधारने का उपाय बता तो देता परंतु तुम्हारी मृत्यु पास आ खड़ी है।
एक महीने के अंतर्गत तुम्हारी मृत्यु हो जाएगी इसलिए जीवन के इन आखिरी लम्हों में अच्छे काम करो और स्वर्ग जाने योग्य बनो इस बात से रामकिशन बहुत ज्यादा दुखी हुआ।
उसने साधु बाबा की बात पर भरोसा हो गया और उसके मन में मौत का डर बैठ गया इसलिए उसने प्रत्येक गलत काम को छोड़ दिया और परिवार वालों एवं मित्रों से बहुत ही ज्यादा नरम स्वभाव से बोलने लगा वह पूजा पाठ करने लगा और गरीबों यतीमो को दान करने लगा।
वह जानता था की एक महीने के अंतर्गत उसकी मृत्यु हो जाएगी इसलिए उसने प्रत्येक गलत काम को छोड़ दिया और अच्छे काम करने लगा जब एक महीना पूरा होने वाला था तब वह व्यक्ति साधु बाबा के आश्रम गया।
और कहने लगा बाबा कल एक महीना पूरा हो जाएगा और हो सकता है कि कल मेरी मृत्यु हो जाए अब आप मुझे बताएं की क्या मैं स्वर्ग जाऊंगा या नर्क तब साधु बाबा ने बताया कि पुत्र तुम्हारा स्वभाव पूरी तरीके से बदल गया है।
मैंने तुम्हारा समाधान कर दिया है तुम्हारी मृत्यु नहीं होगी मैंने तुम्हें सुधारने के लिए यह सब कहा था यदि जीवन में खुश रहना है और अच्छा जीवन जीना है तो इसी प्रकार जियो जिस प्रकार तुमने एक महीने यह जीवन जिया है।
जिससे रामकीशन को बहुत खुशी हुई जैसे उसका नया जन्म हुआ हो गया हो इसलिए उसने गलत कामों से हमेशा के लिऐ तौबा कर ली और एक अच्छा व्यक्ती बन गया।
Inspirational Hindi Story का निष्कर्ष
यदि मनुष्य इस बात पर पूर्ण रूप से ईमान ले आए की एक दिन उसको मृत्यु जरूर आनी है तो वह ज्यादा से ज्यादा गलत कार्यों से बच सकता है और बेहतर मनुष्य बन सकता है। जीवन के जाल में पढ़ के अधिकतर लोग यह बात मानना ही नही चाहते की मृत्यु का कोई समय नहीं होता वह कभी भी किसी को भी आ सकती है इसलिए हमेशा ईश्वर को मूंह दिखाने के लिए तैयार रहें।
संत की पोटली Inspirational Hindi Story
एक नगर में एक संत रहा करते थे उन्होंने जिंदगी भर जितनी भी दक्षिणा ली थी उन्होंने सबको सोने के सिक्कों के रूप में बदलवाकर एक पोटली में जमा कर लिया था उन्होंने शादी नहीं की थी इसलिए उनका कोई परिवार नहीं था।
वह अपनी उस संपत्ति को हमेशा अपने पास ही रखा करते थे पूरे नगर को यह बात पता थी कि संत की सारी संपत्ति उस पोटली में है जिसे संत अपने से 2 मिनट के लिए भी दूर नहीं करते हैं।
यह बात नगर के एक चोर को पता चली उसने बहुत कोशिश करी परंतु वह पोटली को नहीं चुरा सा उसने सोचा कि उसे संत का शिष्य बनकर ही जाना पड़ेगा।
तभी वह उस पोटली को पा सकता है वह संत के पास शिष्य बनकर गया और संत की बहुत सारी तारीफ़ करने लगा अनजान व्यक्ति से तारीफ सुनकर संत को बहुत आनंद मिला और उन्होंने चोर को अपना शिष्य बना लिया।
वह संत का भरोसा जीतने के लिए बे फालतू में संत की तारीफ किया करता था संत ने दो से तीन दिन के अंदर ही उस व्यक्ति पर भरोसा कर लिया और जब वह तालाब पर नहाने के लिए गए तो उन्होंने पोटली चोर को पकड़ा दी।
और कहा कि इसकी रक्षा करना चोर शुरू से इसी मौके की तलाश में था जैसे ही संत तालाब में नहाने के लिए गया चोर पोटली लेकर भाग गया।
Inspirational Hindi Story का निष्कर्ष
इस Inspirational Hindi Story से सीख मिलती है कि किसी के सामने इतने भोले न बने जो आपको धोका दे सके और किसी पर जल्दी भरोसा न करें यह कलयुग है यहां जीतना ही धर्म है इसलिए ख़ुद को पापियों से बचाए रखे और सतर्क रहें।
मनुष्य की जवान का महत्त्व Inspirational Hindi Story
यह भारत की मुख्य प्रचलित Inspirational Hindi Story में से एक है जोकि कुछ इस प्रकार है एक समय की बात है चंद्रभान नाम के राजा ने एक दूत को दुनिया के सफ़र पर भेजा।
और उसे कहा कि दुनिया की सबसे अच्छी चीज और दुनिया की सबसे बुरी चीज ढूंढकर आओ बहुत समय बीत गया और वह दूत दुनिया को घूम कर वापस आ गया।
तब राजा ने उससे पूछा तुम क्या लाए हो जबकि तुम तो खाली हाथ हो तब दूत ने बताया महाराज मैं लाया हूं तब राजा ने कहा तो बताओ दुनिया ही सबसे बुरी चीज क्या है।
दूत ने अपनी जीवन निकालते हुए कहा कि महाराज दुनिया की सबसे बुरी चीज मनुष्य की जवान है जो की बुरा बोलती है झूठ बोलती है इसकी वजह से स्वाद स्वाद में मनुष्य ज्यादा खाना खा लेता है जिससे उसे कई बीमारियां होती हैं।
यह जवान लोगों को बुरा कह देती है जिससे दूसरों की भावनाओ को ठेस पहुंचती है मनुष्य की जवान दुनियां की सबसे बुरी चीज़ है तब राजा ने उससे पूछा दुनियां की सबसे अच्छी चीज़ क्या है।
वो भी बताओ तब दूत बोला महाराज दुनियां की सबसे अच्छी चीज मनुष्य की जवान ही है सभी यह जानकर बहुत हैरान हुऐ तब राजा ने कहा आखिरकार यह कैसे मुमकिन है।
तब व्यक्ति ने बताया की महाराज मनुष्य की जवान से निकले मीठे बोल दूसरे व्यक्ती को अच्छा महसूस कराते हैं।
मनुष्य जवान की सहायता से दूसरों की खूबियों और सुंदरता के बारे में बताता है जोकि बहुत अच्छी बात है जिससे दूसरे व्यक्ती को खुशी मिलती है जवान अच्छा और बुरा स्वाद बताती है जिस कारण हम गलत भोजन खाने से बच जाते हैं।
और हमारी तबियत खराब नही होती मनुष्य की जवान उसे इश्वर की भक्ति करने में सहायता करती है यह जवाब जानकर राजा बहुत खुश हुआ उसने व्यक्ती को बहुत सारे तोहफे दिए।
Inspirational Hindi Story का निष्कर्ष
मनुष्य की जुबान का महत्व दोनों पहलुओं में है यह हमारे शब्दों से दूसरों को आहट कर सकती है या फिर उन्हें खुशी दे सकती है इसलिए हमें अपनी जुबान का सही उपयोग करना चाहिए ताकी हम दूसरों की भावनाओं को ठेस न पहुंचा सकें।
मालिक देख रहा है Motivational Hindi Story With Moral
एक व्यक्ति जिसका नाम भोला था वह बहुत ही ज्यादा सीधा था कोई भी उसे काम पर नहीं रखता था उसके मां-बाप नहीं थे वह किसी प्रकार मजदूरी करके अपना पेट पालता था उसके भोलेपन के कारण लोग उसे नौकरी से निकाल देते हैं।
क्योंकि दुनिया के साथ चलने के लिए चालबाजी धोखेबाजी और बातें बनाना आना जरूरी है भोला यह सब नहीं जानता था इसलिए उसको कोई भी काम नहीं दे रहा था।
हालात इतना ज्यादा बुरे हो गय की खाने के लाले पढ़ने लगे तब वह परेशान होकर मंदिर गया और रोकर ईश्वर को अपना दुख सुनाने लगा भोला की बातें पास में खड़ा एक चोर सुन रहा था।
उसे भोला पर तरस आ गया वह भोला के पास जाकर बोला कि तुम मेरे साथ चलो हम दोनों मिलकर काम करेंगे भोला ने पूछा कि तुम क्या काम करते हो तब चोर ने कहा कि वह चोरी करता है।
भोला ने कहा मैं चोरी नहीं करता और मुझे चोरी करनी भी नहीं आती चोर बोला यदि तुम्हें भूखा नहीं मारना है तो मेरे साथ चलो मैं तुम्हें चोरी सिखा दूंगा तुम अच्छी जिंदगी जीयोगे भोला चोर के साथ चल दिया।
थोड़ी दूर जाने के बाद चोर ने कहा कि मैं खेत से अनाज का बोरा चुराने जा रहा हूं यदि तुम्हें किसान आता दिखाई दे तो मुझे आवाज लगाना जैसे ही चोर खेत में गया तभी भोला चिल्लाने लगा मालिक देख रहा है मालिक देख रहा है।
तभी चोर खेत से तेजी से निकला और भोला को बोला भागो तब भोला और चोर दोनों भाग गय तब चोर बोला कि मैने तो खेत के मालिक को अच्छी तरीके से देखा था वह आस पास नही था मै तभी खेत में गया था फिर एक दम कैसे तुम्हे दिख गया।
तब भोला ने बताया मैं खेत के मालिक की बात नहीं कर रहा हूं बल्कि मैं सारी कायनात के मालिक की बात कर रहा हूं जो हर समय हमे देखता रहता है जिसके पास हमें हाजिर होना है उसी से अपने कर्मों का फल लेना है।
चोर हैरान हुआ और उसे एहसास हुआ कि भोला सच बोल रहा है हम इंसान को धोखा दे सकते हैं परंतु उस ईश्वर को नहीं है यह सोच कर चोर रोने लगा चोर ने बोला कि तुम्हारे पास इंसानियत का मजबूत ज्ञान है और मेरे पास समझ है।
तो चलो हम दुनिया को इंसानियत का पाठ पढ़ाते हैं और मेहनत से कमाके खाते हैं लोग हमें जो भी दक्षिणा देंगे हम आपस में बाट कर सुकून से जिंदगी जिएंगे इस प्रकार चोर और भोला आपस में अच्छे मित्र बने और ज्ञान बाटकर भिक्षा मांगने लगे।
Inspirational Hindi Story का निष्कर्ष
इस Inspirational Hindi Story से हमें यह सीख मिलती है कि सच्चाई और ईमानदारी का महत्व सबसे ज्यादा होता है धोखाधड़ी और चालाकी से नहीं, बल्कि मेहनत और ईमानदारी से जीवन में सफलता को प्राप्त किया जा सकता है।
जादुई कटोरा Motivational Hindi Story With Moral
एक नगर में चंद्रभान नाम का राजा किया करता था राजा वह इस बात के लिए बहुत ज्यादा मशहूर था कि वह कभी भी किसी साधु को महल से खाली हाथ नहीं जाने देता था साध जो कुछ भी उपहार मांगते थे वह उन्हे दे देता था।
इस प्रकार वह प्रजा का धन साधुओं को लुटा रहा था राजा की यह बात जानकर एक साधु को बहुत ज्यादा बुरा लगा क्योंकि उसका मानना था कि साधु का जीवन भोग बिलासा से वंचित होता है साधुओं को धन से किसी प्रकार का लोभ नहीं होना चाहिए।
इसलिए उसने सोचा क्यों ना राजा को सबक सिखाया जाए इसलिए वह राजमहल पहुंचा और राजा से कहा मेरी आपसे छोटी सी बिनती है की आप मेरा यह लोटा स्वर्ण मुद्राओं से भर दो राजा ने आज तक किसी भी साधु को महल से खाली हाथ नहीं जाने दिया था।
इसलिए उसने स्वर्ण मुद्राएं मंगवाई और लोटे में डाल दी पर लोटा नही भरा फिर राजा ने और खजाना डाला पर वह नही भरा राजा ने महल में उपस्थित सारा सोना लोटे में डाल दिया और महल कंगाल हो गया फिर भी लोटा नही भरा।
राजा साधु के कदमों में गिर गया और कहने लगा महाराज आपका कटोरा जादुई है हमारे पास बिल्कुल भी धन नहीं बचा है साधु ने कहा तुम साधुओं पर धन लुटा रहे हो जबकि ऐसा करना गलत है।
साधुओं को तुम्हारे धन से कोई मतलब नही होना चाहिए उन्हे मोह माया से मुक्त जीवन जीना चाहिए उनका लालच बिल्कुल इस कटोरे की तरह आई जो कभी खतम नही होगा और तुम इसी तरह बर्बाद हो जाओगे जैसे अभी हो गए हो।
यह बात राजा को अच्छी तरह समझ में आ गई तब साधु ने अपने जादुई कटोरे को उल्टा किया और सारी स्वर्ण मुद्राएं और धन कटोरे से बाहर निकलने लगा और राजा जीवन का सबसे बडा ज्ञान मिला मनुष्य का लालच कभी खत्म नहीं होता।
Motivational Hindi Story With Moral का निष्कर्ष
मनुष्य का लालच कभी खत्म नहीं होता है लालच वह आग है जो मनुष्य के जीवन की खुशियों को जला देती है लालच मनुष्य को बर्बाद कर देता है क्योंकि यह कभी खत्म नहीं होता इसलिए इससे बचना चाहिए।
कुम्हार के बर्तन Motivational Hindi Story With Moral
Motivational Hindi Story With Moral: सड़क किनारे एक कुम्हार मिट्टी के बर्तन बेचा करता था वह खाट पर लेटा था एक विदेशी ने उससे मिट्टी के बर्तन का मूल्य पूछा कुम्हार ने लेटे लेटे ही बर्तन का मूल्य बता दिया जो कि विदेशी व्यक्ति को अच्छा नहीं लगा।
उसने कुम्हार से कहा कि तुम्हें अपने कार्य में नर्मता दिखानी चाहिए ताकि ग्राहक को बुरा ना लगे कुम्हार ने कहा जिसको खरीदना होगा वह खुद ही खरीद लेगा तब विदेशी है कहा कि यदि तुम अपने काम में दिखाओ और ग्राहकों से नर्मता से बात करो।
तो इसे तुम्हारा मुनाफा डबल हो जाएगा और तुम अधिक धन कमाओ तब कुम्हार ने कहा मैं अधिक धन कमा कर क्या करूंगा विदेशी ने कहा तुम अच्छा घर ले सकते हो।
अच्छी गाड़ियां ले सकते हो और दूसरे लोगों को रोजगार भी दे सकते हो उसके बाद तो जिंदगी में आराम ही आराम है।
कुम्हार व्यक्ति ने हंसते हुए कहा तो इस वक्त मैं क्या कर रहा हूं अभी भी तो मैं आराम ही कर रहा हूं जब मुझे आखिर में आराम ही करना है तो इससे बढ़िया मैं अभी आराम कर रहा हूं।
मुझे इतना कष्ट लेने की आवश्यकता नहीं है तब विदेशी को समझ में आया कि जब सरलता से जीवन में सुकून मिल रहा है तो अधिक कष्ट सहने की क्या आवश्यकता है।
Motivational Hindi Story With Moral का निष्कर्ष
इस Motivational Hindi Story With Moral से हमें यह सीख मिलती है जब जीवन में सुकुन आसानी से मिल रहा हो तो ज्यादा कष्ट लेने की आवश्यकता नही है क्योंकि ऐसा करने से आपका जीवन ज्यादा कठिन हो जायेगा।
अनोखी सीख Motivational Hindi Story With Moral
एक बार एक व्यक्ति ने जनता के बीच जाकर सभी को 20 डॉलर का नोट दिखाते हुए कहा कि यह किसको चाहिए प्रत्येक व्यक्ति ने हाथ खड़ा कर दिया तब उस व्यक्ति ने 20 डॉलर के नोट को पैर से कुचला और उसे बहुत मरोड़ा तब उसने पूछा अब यह किसको चाहिए।
वहां पर खड़े हर व्यक्ति ने हाथ खड़ा किया तब उस व्यक्ति ने 20 डॉलर के नोट को बहुत ज्यादा मरोड़ा और उसे ज्यादा से ज्यादा गंदा किया तब उसने पूछा कि यह किसको चाहिए।
अभी भी सभी व्यक्ति इस नोट को पाना चाहते थे तब उस व्यक्ति ने कहा कि मैंने इस नोट को बहुत ज्यादा गंदा किया एवं तोड़ा मरोड़ा परंतु आप लोग फिर भी इसे क्यों पाना चाहते हैं।
तब एक व्यक्ति सामने आया और उसने कहा कि आप इसके साथ कुछ भी करें परंतु इसका मूल्य कम नहीं होगा और यह हमेशा कीमती रहेगा।
तब नोट देने वाले व्यक्ति ने कहा कि इसी प्रकार हमारी जिंदगी भी है यदि हमारी जिंदगी में कोई बुरी घटना हो जाए तो हमें अपने जीवन का मूल्य नहीं भूलना चाहिए और खुद को किसी से कम नहीं समझना चाहिए हमारा जीवन मूल्यवान है।
यदि हम खुद का मूल्य भूल जाएंगे तो हम जीवन जीने में असफल हो जाएंगे जिस प्रकार यह नोट कितना भी गंदा कर दिया जाए परंतु इसका मूल्य उतना ही रहेगा इसी प्रकार हमारा जीवन है।
Motivational Hindi Story With Moral का निष्कर्ष
जीवन की कठिनाइयों या बुराइयों से हमारा मूल्य कम नहीं होता हमें अपने आत्म-सम्मान को बनाए रखना चाहिए और समझना चाहिए कि हम हमेशा मूल्यवान हैं, चाहे हालात कैसे भी हों।
जीवन का चक्र Motivational Hindi Story With Moral
एक बार एक कंपनी के मालिक ने अपना गुस्सा निकालने के लिए मैनेजर को बे फालतू में बहुत सारी बातें सुना दी जिससे मैनेजर को बहुत गुस्सा आया वह मालिक को कुछ नहीं बोल सकता था इसलिए उसने अपने कर्मचारियों पर अपना गुस्सा निकाल दिया।
कर्मचारी मैनेजर को कुछ नहीं बोल सकते थे और आपस में भी नहीं लड़ सकते थे इसलिए छुट्टी के वक्त उन्होंने अपना सारा गुस्सा चौकीदार पर निकाल दिया जिससे चौकीदार को बहुत ज्यादा गुस्सा आया।
जब चौकीदार घर पर पहुंचा तो उसने अपना गुस्सा अपनी बीवी पर निकाल दिया बीवी अपने पति से कुछ नहीं बोल सकती थी परंतु उसे बहुत गुस्सा आ रहा था उसे भी अपना गुस्सा को निकालना था।
इसलिए वह अपने बेटे के पास गई और एक तेजी का चाटा मारा और उससे कहा कि पढ़ता लिखता नहीं है पूरे दिन टीवी ही देखता रहता है जिससे लड़के को बहुत ज्यादा अपमानित महसूस हुआ वह अपनी मां से कुछ नहीं बोल सकता था।
परंतु वह मन ही मन दुखी था और उसे बहुत गुस्सा आ रहा था वह गुस्से में घर से समंदर किनारे निकल गया उसे अपना गुस्सा किसी पर निकालना था पर वह किसी से लड़ाई नहीं कर सकता था।
इसलिए उसने एक पत्थर लिया और तेजी से आसमान की तरफ फेंका वह पत्थर दूर सो रहे कुत्ते को जाकर लगा जब कुत्ते को पत्थर लगा तब वह दर्द से चिल्लाते हुए उठा उसने आसपास बहुत देखा।
परंतु उसे कोई नहीं दिखाई दिया तभी उसे दूर एक व्यक्ति दिखाई दिया उसे लगा उसी ने पत्थर मारा है इसलिए कुत्ता तेजी से भागता हुआ उस व्यक्ति के पास गया।
और उसे काट लिया कुत्ते ने उस व्यक्ति को समंदर किनारे बहुत दौड़ाया और उसे शरीर के अलग-अलग अंगों पर काटा।
व्यक्ति ने मुश्किल से जान बचाई और एक जगह जाकर बैठ गया वह व्यक्ति और कोई नहीं बल्कि उसी कंपनी का मालिक था जिसने अपने मैनेजर को बिना किसी गलती के बातें सुनाई थी उसको उसके कर्मों का फल मिल चुका था। यह Inspirational Hindi Story किसी को जीवन का सच बताने में अक्सर उपयोग की जाति है।
Motivational Hindi Story With Moral का निष्कर्ष
इस Inspirational Hindi Story से यह सीख मिलती है कि सृष्टि का यही नियम है जैसा करोगे वैसा भरोगे इश्वर बुरे कर्म की सजा जरुर देता है इसलिए सभी से नर्म भाव से बोलना चाहिए।
किशोर का बेटा Motivational Hindi Story With Moral
यह कहानी भी Inspirational Hindi Story में शामिल है जोकि अनोखी और प्रचलित है जोकि इस प्रकार है एक धनी व्यक्ति किशोर का एक बेटा था जिसका नाम राजू था वह बहुत ही ज्यादा गुस्सैल एवं घमंडी था राजू की उम्र बढ़ती गई और वह ज्यादा घमंडी होता जा रहा था इस कारण किशोर की परेशानियां बढ़ रही थी।
इसलिए उसने राजू को सही राह पर लाने का विचार बनाया उसने राजू को अपने पास बुलाया और उससे कहा कि हमारे घर के पीछे एक दीवार है तुम्हें दिन में जितनी बार गुस्सा आए तुम्हें उस दीवार पर जाकर कील ठोकनी है उसने कहा ठीक है।
अब राजू को जब भी गुस्सा आता था वह दीवार पर जाकर एक कील ठोक देता था उस समय के साथ राजू को महसूस हुआ कि यदि उसने गुस्सा किया तो उसे कील ठोकनी पड़ेगी इससे अच्छा यही है की गुस्से पर नियंत्रण कर लिया जाए।
इस प्रकार उसने समय के साथ गुस्से पर नियंत्रण करना सीख लिया और कई दिनों से दीवार पर कोई भी कील नहीं ठोकी थी यह देख किशोर ने राजू को अपने पास बुलाया और उसे दीवार के पास लेकर गया।
उसने राजू से दीवार पर लगी एक-एक करके सारी किले निकलवाई तब किशोर ने राजू को समझाया कि यदि हम किसी को गलत बोलते हैं या उसका अपमान करते हैं तो वह इस कील के समान है।
हम अपने शब्द वापस तो ले सकते हैं परंतु जैसे इस दीवार पर निसान हुए हैं इसी प्रकार व्यक्ति के मन को ठेस पहुंचती हैं जिसे ठीक करना नामुमकिन है।
जिस प्रकार इस दीवार पर किलो के निशान रह गए हैं इसी प्रकार तुम्हारी बातों और तुम्हारे स्वभाव के निशान भी दूसरे व्यक्तियों के मन में रह गए हैं तब राजू को समझ में आया कि,
वह कितना बड़ा पाप करता आ रहा था उसने हमेशा अहिंसा के रास्ते पर चलने का अपने पिता को वचन दिया और एक सामान्य लड़का बन गया। यह Inspirational Hindi Story कमाल की है और यह प्रचलित भी है हमे उम्मीद है इस कहानी से आपको कुछ सीखने को मिला होगा।
Motivational Hindi Story With Moral का निष्कर्ष
हमारे द्वारा बोली गई बातें दूसरे व्यक्ती के मन में दुख और अपमान को पैदा करके उनके दिल में हमारे प्रति जख्म कर देती है इसलिए हमे सोच समझकर किसी से कोई बात करनी चाहिए।