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खासकर विद्यार्थियों के लिए यह inspirational short story in hindi for students काफी ज्यादा फायदेमंद होती है क्योंकि इससे उनका समय भी बचता है एवं उन्हें अनोखे ज्ञान की प्राप्ति भी होती है। मित्रों इस ब्लॉग पोस्ट में हमने short motivational stories with moral, inspirational short story in hindi for students, motivational short story in hindi for students एवम inspirational hindi stories of success भी बताई हैं जोकि आपको काफी ज्यादा पसंद आएंगी और इनसे आपको अनोखे ज्ञान की प्राप्ति होगी।
चालाक मेमना Short Motivational Stories With Moral
एक चरवाहा जोकि रोजाना अपनी भेड़ों को जंगल चराने के लिए ले जाता था। एक बार जब वह अपनी सारी भेड़ों को जंगल में चराने के लिए लेकर गया तो उसका ध्यान भेड़ों पर से हट गया और वह प्रकृति को निखारने लगा।
भेड़ों के झुंड में कुछ मेमने भी थे जोकि भेड़ों के बच्चे थे, इस झुंड में से एक मेमना अनजाने में दूर झाड़ियां में चला गया।
वहां वह घास खाने लगा उसने थोड़ी देर बाद दूर से एक भेड़िए को आते देखा तब उसे महसूस हुआ कि वह अपने झुंड से बिछड़ गया है।
वह जानता था कि उसकी मौत पक्की है इसलिए वह घबराया नहीं और वहीं पर रुका रहा, जब भेड़िया उसके पास आया तब मेमने ने उससे कहा मुझे पता है कि तुम मेरा शिकार करोगे।
पर अभी-अभी मैं घास खाई हैं और मेरे पेट में घास है अगर तुम मेरा अभी शिकार करोगे तो तुम्हारे मुंह का स्वाद बिगड़ जाएगा। मेरा भोजन जल्दी पच जाए इसलिए मैं नाचना शुरू करता हूं ताकि फिर तुम मुझे आराम से खा सको।
भेड़िया मेमने की बात से सहमत हो गया और उसने कहा ठीक है तुम नाचना शुरू करो ताकि तुम्हारा भोजन पच जाए और फिर मैं तुम्हारा शिकार कर सकूं।
मेमना नाचने लगा परंतु नाचने की वजह यह नहीं थी कि वह भोजन को पचाना था बल्कि वह तो किसी प्रकार भेड़िए को चकमा देना चाहता था जिसके लिए उसने भेड़िए से बहाना बनाकर कुछ समय लिया था।
मेमने के गले में एक घंटी पड़ी थी इसलिए मेमने को एक उपाय सूझा उसने भेड़िए से कहा अगर तुम मेरी घंटी को मुझ से लेकर जोर-जोर से बजाना शुरू करो गए तो मैं तेजी से नाचूंगा जिससे मेरा भोजन जल्दी पचेगा और तुम मेरा जल्दी शिकार कर सकोगे।
भेड़िया अभी भी मेमने की चाल को नहीं समझ पाया था इसलिए उसने मेमने के गले से घंटी का पट्टा खींच लिया और अपने मुंह में घंटी को दबाकर तेजी से बजाना शुरू किया।
भेड़िया मेमने की चाल में फंस चुका था भेडिए ने बहुत जोरों शोरों से घंटी बजानी शुरू करी जिसकी आवाज सुनते ही सारी भेड़ें उस आवाज़ की तरफ़ आकर्षित होने लगी और वह उस आवाज़ की तलाश करने लगी।
भेड़ों को भागता देख चरवाहा भी भेड़ों के पीछे भागा और उसने मेमने को भेड़िया के सामने पाया चरवाहे ने हिम्मत दिखाई और भेड़िए को वहां से भगा दिया इस प्रकार समझदार मेमने ने अपनी जान बचा ली।
Short Motivational Stories With Moral का निष्कर्ष
इस inspirational short story in hindi for students, एवम short motivational stories with moral से हमें यह सीख मिलती है कि मुश्किल वक्त में हमें कभी भी मानसिक स्थिति से नियंत्रण नहीं खोना चाहिए अर्थात हमें इसका परिणाम काफी ज्यादा नुकसानदायक देखने को मिल सकता है। मुश्किल वक्त में सदा समझदारी से कार्य लेना ही एक बुद्धि प्राणी की पहचान है यही समझदारी उसे अनेक प्रकार के दुखों से बचाए रखती है।
रामू का परिश्रम short motivational stories with moral
inspirational short story in hindi for students: एक बिछड़ा हुआ गांव जहां के लोगों को पानी की पूर्ति करने के लिए दूर एक तालाब पर पानी भरने जाना पड़ता था जोकि एक वीरान स्थान पर था। उसी तालाब से पूरे गांव के लोग पानी लाते थे।
एक बार रामू नाम का व्यक्ति जब उस तालाब पर पानी भरने के लिए गया तब उसने देखा कि एक जानवर जिसका शिकार किया गया है वह उस तालाब में मृत अवस्था में पड़ा है।
इसलिए वह अपनी पूर्ण रूप से दूषित हो चुका था वह किसी भी प्रकार से पीने लायक नहीं बचा है। पूरा गांव उसी तालाब पर निर्भर था इसलिए पूरे गांव में पानी की किल्लत होने लगी।
कुछ गांव वाले पानी की किल्लत के कारण गांव को छोड़कर जाने लगे परंतु यह सब देख सबसे ज्यादा बुरा रामू को लग रहा था क्योंकि उसका गांव टुकड़ों में बटता जा रहा था और उसके गांव का वजूद खत्म हो रहा था।
रामू ने उस गांव के लोगों को समझाया कि हमें अपने ही गांव में कुआं खोदना चाहिए जिससे हमारी पानी की किल्लत खत्म हो जाएगी।
परंतु उस गांव के लोगों ने कहा कि इस जमीन को खोदकर भी कोई फायदा नहीं है क्योंकि गांव की सतह पर पानी नहीं है जिस कारण कितनी भी खुदाई करने पर हमें पानी नहीं मिलेगा।
परंतु रामू ने फिर भी कुछ लोगों को अपनी बात से सहमत किया और उनसे कहा कि हमें एक बार प्रयास जरुर करना चाहिए यदि हम कामयाब होते हैं तो हम अपने पूरे गांव को दोबारा से बसा सकेंगे।
रामू ने कुछ लोगों के साथ मिलकर कुआं खोदना शुरू किया और तीन चार दिन लगातार कुआं खोदने के बाद भी पानी नहीं मिला इस निराशा को देखते हुए रामू के साथ के व्यक्तियों ने कुआं खोदने का काम बंद कर दिया।
और वह भी गांव छोड़कर जाने की तैयारी करने लगे परंतु रामू जानता था की जमीन के नीचे पानी है क्योंकि रामू को कुआं खोदने के दौरान ठंडी मिट्टी मिल रही थी।
गांव की अधिकतर संख्या वहां से जा चुकी थी परंतु रामू ने खुदाई का काम जारी रखा और वह खुदाई करता रहा 5 दिन लगातार कुआं खोदने के बाद रामू ने पानी ढूंढ लिया और वह अपनी मेहनत को देखकर रोने लगा।
जब गांव वालों को पता चला कि रामू ने कुआं खोदकर पानी की खोज कर ली है तब रामू का बहुत सम्मान किया गया और जो लोग गांव छोड़कर चले गए थे वह वापस आ गए।
रामू ने सभी को अपनी मेहनत के दम पर सिखाया की हमें कभी भी हार नहीं माननी चाहिए यदि इरादे पक्के है तो उन्हें तोड़ने के विचार हमें अपने मस्तिष्क से निकाल देने चाहिए।
Short Motivational Stories With Moral का निष्कर्ष
इस inspirational short story in hindi for students एवम short motivational stories with moral से हमें यह सीख मिलती है कि हमें अपने मुकाम को हासिल करने के लिए लगातार कोशिश करते रहना चाहिए “एक बार और कोशिश करना ही सफलता का मूल मंत्र है” एवं “जब तक सफलता न मिले तब तक हार ना माने आप कामयाब हो जायेंगे” और सफलता आपके कदम चूमने लगेगी।
क्रोधित मन short motivational stories with moral
inspirational short story in hindi for students: एक श्याम नाम का लडका जोकि अपने मां बाप की इकलौती औलाद था जिसका घमंड उसमे साफ देखने को मिलता था। श्याम अक्सर लोगों से अपमानजनक बातें किया करता श्याम सभी पर गुस्सा करता था जिस कारण वह दूसरों की नजरों में गिरने लगा।
यह बात श्याम भी भली भांति जानता था कि उसका क्रोध ही उसे धीरे-धीरे बर्बादी की ओर लेकर जा रहा है जिस कारण वह अक्सर तनाव में रहता था, परंतु वह खुद के क्रोध पर नियंत्रण पाना नहीं सीख पा रहा था।
यह स्थिति देखते हुए श्याम के पिता ने श्याम को अपने पास बुलाया और उससे कहा कि तुम्हे कही भी किसी पर भी गुस्सा आय तो तुम बस एक काम करना घर के पिछे एक दीवार है।
तुम जितनी बार गुस्सा करोगे उस दीवार पर जाकर उतनी ही किले ठोकोगे परंतु श्याम ने कहा पिताजी ऐसा करने से भी क्या होगा।
श्याम के पिता ने उसे कहा कि बहुत कुछ होगा बस तुम मेरी बात मानो तुम्हे जब भी क्रोध आए तुम बस घर के पीछे वाली दीवार पर जाकर एक किली ठोक देना।
श्याम ऐसा ही करने लगा में उसे जितनी बार भी गुस्सा आता है वह घर के पीछे जाता और कील ठोक कर आ जाता। ऐसा करते-करते उसे काफी समय बीत गया अब श्याम को कील ठोकने में आलस आने लगा था।
वह सोचने लगा था की दीवार पर कील ठोकने जाना पड़ेगा इसलिए बढ़िया है कि गुस्सा ही ना करो। इस प्रकार श्याम ने अपने गुस्से पर धीरे-धीरे नियंत्रण पाना सीख लिया क्योंकि उसे गुस्से की वजह से कील ठोकनी पड़ती थी।
जब श्याम के पिता ने देखा कि श्याम ने गुस्सा करना छोड़ दिया है तब उन्होंने श्याम को अपने पास बुलाया और घर के पीछे उस दीवार के पास लेकर गए जहां पर श्याम क्रोध आने पर कील ठोका करता था।
श्याम के पिता ने श्याम से कहा कि अब सारी कीलें एक-एक करके निकाल दो श्याम ने बिल्कुल ऐसा ही किया कीलों के कारण दीवार बहुत ही ज्यादा बुरी स्थिति में हो गई थी क्योंकि जगह-जगह पर निशान बन चुके थे।
श्याम के पिता ने उसे समझाया कि जब हम क्रोध करते हैं तो हमारा क्रोध बिल्कुल इन किलो के समान है। हमारी बातें किसी को इसी प्रकार चुभती है हम चाहे उस व्यक्ति से क्षमा भी मांग लें परंतु फिर भी जिस प्रकार दीवार पर किलो के निशान रह गए हैं।
इसी प्रकार उस व्यक्ति के मन पर भी इसी प्रकार के निशान बन जाते हैं। जिससे वह व्यक्ति हमारे प्रति अपने स्वभाव को बिगाड़ देता है और एक समय ऐसा आता है जब हम तनहा और अकेले हो जाते हैं जिससे हमारा जीवन बर्बाद होने लगता है।
और तन्हाई खाने को दौड़ती है श्याम समझ गया कि उसने आज तक जितने भी लोगों का अपमान किया है एवं क्रोध के कारण उनकी भावनाओं को ना समझ सका उन्हें भी श्याम की बातों का बुरा लगा होगा जिसकी क्षमा मांगने पर भी वह उनके दुख को कम नहीं कर सकता।
Short Motivational Stories With Moral का निष्कर्ष
इस short motivational stories with moral से हमें यह सीख मिलती है कि क्रोध मानव का सबसे बड़ा दुश्मन है जो किसी को भी आपके खिलाफ कर सकता है एवं किसी की भी भावना को ठेस पहुंचा सकता है जिस व्यक्ति ने जीवन में क्रोध पर नियंत्रण करना सीख लिया वही सदा महान कहलाया है उदाहरण के लिए “महात्मा बुद्ध” जैसे महान लोग।
नियम का उल्लंघन Short Motivational Stories With Moral
एक विद्यालय में 4 मित्र पढ़ते थे जोकी शिक्षा को महत्व नहीं दिया करते थे पूरे विद्यालय में उनकी सरारतें मशहूर थी। उन्होंने पूरे साल सिर्फ मस्ती ही करी और शिक्षा से दूर भागते रहे।
एक समय ऐसा आया जब परीक्षा की तिथि बिल्कुल नजदीक आ गई और अगले दिन ही परीक्षा थी। परंतु उन चारों ने कुछ भी नहीं पढ़ा था और उन्हें पता था कि यदि हम इस तरह परिक्षा देने गए तो हम सभी फेल हो जाएंगे।
इसलिए उन्होंने ने एक विचार बनाया की वह शिक्षक से कहेंगे कि वह शादी में गय थे और घर आते समय रात में गाड़ी का टायर पंचर हो गया जिस कारण हम पूरी रात गाड़ी को घसीटते रहे और उसे सुबह घर तक लेकर आ पाए।
इसलिए परीक्षा अगले दिन दे देंगे क्योंकि हम सोए नही और नींद पूरी न होने के हम परीक्षा में ध्यान केंद्रित नहीं कर पाएंगे और इस प्रकार हमारे अंक खराब आएंगे।
चारो ने अगले दिन ऐसा ही किया और शिक्षक को यह सारी बात बता दी की हमारी गाड़ी का टायर पंचर हो गया था जिस कारण पूरी रात हम उसे घसीटते रहे और सुबह घर पर लेकर आ पाए।
इसलिए हमारी स्थिति नहीं है कि हम परीक्षा दे सके शिक्षक समझ चुके थे कि इसमें विद्यार्थियों की कोई चाल है परंतु उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कोई बात नहीं तुम दो दिन बाद यह परीक्षा दे देना।
2 दिन बाद चारों विद्यार्थी काफी पढ़ने के बाद परीक्षा देने गए शिक्षक ने उन्हें काफी दूर-दूर बैठाया और उन्हें प्रश्न पत्र दिया उस प्रश्न पत्र में सिर्फ दो सवाल थे पहला सवाल था।
कि आपका नाम क्या है और दूसरा सवाल था आपकी कार का कौन सा टायर पंचर हुआ था वह विद्यार्थी कमरों के एक-एक कोने पर बैठे थे इसलिए एक जैसा उत्तर लिख पाना असंभव था।
वह समझ चुके थे कि शिक्षक ने उनकी चाल को समझ लिया है और अब वह फस चुके हैं परंतु यदि वह शिक्षक से कहते हैं कि वह ड्रामा कर रहे थे उन्होंने परीक्षा से बचने के लिए यह नीति बनाई तो शिक्षक बिना परीक्षा के ही फेल कर देते।
इसलिए उन चारों ने अलग-अलग टायरों के बारे में बताया जिससे शिक्षक समझ गए की उन्होंने परीक्षा का मजाक बनाया है एवं विद्यालय के नियमों का उल्लंघन किया है।
जिस कारण शिक्षक ने चारों विद्यार्थियों को फेल कर दिया इस प्रकार उनका घमंड खत्म हुआ और विद्यालय में विधार्थी अक्सर उन्हें देखकर हंसने लगे क्योंकि वह फेल हो चुके थे ऐसा उनके साथ पहली बार हुआ था।
Short Motivational Stories With Moral का निष्कर्ष
इस Short Motivational Stories With Moral से हमें यह सीख मिलती है कि हमें कभी भी किसी नियम का उल्लंघन नहीं करना चाहिए वक्त आने पर इश्वर हमें उल्लंघन करने की इस प्रकार की सजा दे सकता है जिसकी हमने कल्पना भी नहीं करी होगी। हमे हमेशा शिक्षा से प्रेम करना चाहिए शिक्षा वह उपस्थित है जिससे व्यक्ति समाज में सम्मान एवं समानता प्राप्त कर सकता है एवं सम्मानपूर्ण जीवन जी सकता है।
मूर्ख किसान short motivational stories with moral
एक राम प्रसाद नाम का किसान अपनी बीवी सरिता के साथ रहता था रामप्रसाद बहुत ही सीधा-साधा साधारण व्यक्ति था परंतु राम प्रसाद की बीवी सरिता बहुत ही ज्यादा लालची एवं घमंडी महिला थी, जिसे हमेशा दूसरों से बेहतर दिखने की इच्छा बनी रहती थी।
रामप्रसाद एक गरीब किसान था इसलिए रामप्रसाद का परिवार गरीबों का सामना करता था। एक बार जब राम प्रसाद अपने खेत में टहलने गया तब उसे एक मुर्गी मिली जिसके पास एक चमकीले कलर का अड्डा दिखा।
राम प्रसाद ने उसे जब सही से देखा तब उसे पता चला कि वह अंडा सोने का है। रामप्रसाद समझ गया कि पास में खड़ी मुर्गी ने ही सोने का अंडा दिया है रामप्रसाद ने उस मुर्गी एवं उस एंड को उठाया और अपने घर चला गया।
उसने अपनी बीवी सरिता को पूरी बात बताई सरिता भी बहुत खुश हुई। अब मुर्गी रोजाना एक सोने का अंडा देने लगी थी जिससे राम प्रसाद एवं सरिता धीरे-धीरे बहुत धनी होते जा रहे थे परंतु अब सरिता अपना सवर खो चुकी थी।
वह बस चाहती थी कि वह जल्द से जल्द धनी हो जाए इसलिए उसने अपने पति राम प्रसाद से कहा कि वह मुर्गी को मार दे और उसके पेट में जितने भी अंडे हैं उन्हें निकाल ले।
राम प्रसाद ने अपनी बीवी सरिता की बात मानी और उसने उस मुर्गी को मार दिया राम प्रसाद हैरान हुआ कि उस मुर्गी के पेट में सिर्फ एक ही अंडा था।
तब राम प्रसाद को अपनी गलती का एहसास हुआ कि वह बीवी की बातों में आकर ईश्वर के बनाए नियम को भूल गया था कि मुर्गी समय के अनुसार ही अंडा देती है।
उसके पेट में अंडों का कोई भंडार नहीं होता है, राम प्रसाद ने अपनी बीवी को उसके लालच का परिणाम बताया जिससे सरिता को बहुत पछता हुआ क्योंकि अब उनके पास वह मुर्गी भी नहीं बची थी जो उन्हें धीरे-धीरे बनने वाली थी।
सरिता एवं राम प्रसाद बहुत पछताए परंतु वह पछतावा उनके काम ना आया और सिर्फ जीवन भर उन्हें इस बात का दुख रह गया कि उन्होंने उस मौके को खो दिया जो उन्हें दूसरे व्यक्तियों से महान बन सकता था।
Short Motivational Stories With Moral का निष्कर्ष
इस Short Motivational Stories With Moral से हमें यह सीख मिलती है कि सृष्टि में प्रत्येक कार्य ईश्वर के नियम के अनुसार होता है यदि हम ईश्वर के नियम को बदलने का प्रयास करेंगे तो हमें इसका बड़ा नुकसान देखने को मिलेगा।
कई कार्य ऐसे हैं जिनमें हमें धैर्य रखना होता है यदि हम धैर्य नहीं रख सकते हैं और जल्दबाजी करते हैं तो हमें इसका नुकसान भी देखने को मिलता है जिसके बाद हमारे पास सिर्फ पछतावा रह जाता है।
जोकि हमारे जीवन के चैन को हमसे छीन लेता है इसलिए प्रत्येक कार्य को सोच समझ कर करें मौके बार-बार नहीं आते गलती होने के बाद व्यक्ति के पास सिर्फ पछतावा ही बचता है।
अमजद का ट्रेन सफर inspirational short story in hindi for students
एक बूढ़ा व्यक्ति अपने बेटे के साथ एक ट्रेन में सफर कर रहा था बेटे का नाम अमजद था अमजद खिड़की से बाहर की चीज़ें बहुत ही ज्यादा ध्यान से देख रहा था जब ट्रेन चलनी शुरू हुई तब अमजद को बहुत अच्छा लगा।
जब ट्रेन ने अपनी रफ्तार पकड़ी तब अमजद ट्रेन में तेजी से चिल्लाते हुए अपने पिता से बोला पिताजी देखिए लोगों के घर पीछे जा रहे हैं और पेड़ पौधे भी पीछे छूटे जा रहे हैं।
अमजद के इस व्यवहार से पास में बैठे पति पत्नी को बहुत गुस्सा आया और उन्हें लगा शायद यह बच्चा पागल है परंतु नीले आसमान में चलते सुंदर बादलों को देख अमजद ने चिल्लाते हुए अपने पिता से कहा।
पिताजी देखिए बादल हमारी ट्रेन के साथ चल रहे हैं और वह हमारा पीछा कर रहे हैं अमजद अपनी खुशी को संभाल नहीं पा रहा था।
इसलिए वह बार-बार अपने पिता को चिल्लाकर यह सभी बातें बता रहा था, पास में बैठे पति-पत्नी अमजद के इस व्यवहार से परेशान हो रहे थे।
इसलिए उन्होंने अमजद के पिता से कहा शायद आपका बेटा मानसिक रूप से पागल है आपको इसे किसी डॉक्टर को दिखाना चाहिए यह सुन अमजद के पिता को बहुत बुरा लगा।
वह कुछ देर शांत रहे फिर अमजद के पिता ने हिम्मत करते हुए उस पति पत्नी के जोड़े से कहा कि मैं अपने बेटे को डॉक्टर के पास से ही ला रहा हूं वह कोई पागल नहीं है वह बचपन से ही अंधा था।
वह किसी भी चीज को नहीं देख सकता था सालों तक इलाज करवाया पर कोई फायदा ना हुआ परंतु कुछ समय पहले ही उसकी आंखों का ऑपरेशन हुआ था जिसके टांके आज हम कटवाने के लिए गए थे और अब मेरा बेटा देख सकता है।
उसने दुनिया की खूबसूरती को पहली बार देखा है और वह बहुत खुश है इसलिए वह अपनी खुशी को जाहिर कर रहा है।
अमजद के पिता से यह सब सुनने के बाद वह पति पत्नी खुद पर अफसोस करने लगे और अमजद के लिए उनकी आंखों में आंसू आ गए। वह मासूम बच्चा जिसने बचपन से ही सिर्फ काला अंधेरा देखा था वह आज पहली बार दुनिया की खूबसूरती को देख रहा था।
इस Short inspirational story with moral का निष्कर्ष
इस Short Motivational Stories With Moral से हमें यह सीख मिलती है कि दूसरे की स्थिति को जाने बिना हमें उस पर टिप्पणी नहीं करनी चाहिए ऐसा करना मूर्ख व्यक्ति की पहचान है। सृष्टि में प्रत्येक व्यक्ति पूर्ण रूप से सक्षम नहीं है प्रत्येक व्यक्ति में कोई ना कोई कमी है इसलिए दूसरे व्यक्ति को बोलने से पहले हमें खुद पर ध्यान देना चाहिए।
समझदार गधा inspirational short story in hindi for students
एक महेश नाम का व्यक्ति अपने गधे से बहुत ज्यादा प्रेम किया करता था क्योंकि वह गधा ही उसके सामान को इधर से उधार ले जाने में उसकी मदद किया करता था।
एक बार वह गधा एक पुराने कुएं में गिर गया जिसे उपयोग नही किया जाता था गधा मदद के लिए जोर-जोर से चिल्लाने लगा उसकी आवाज सुनकर कुछ लोगों ने उसे कुएं में गिरा हुआ पाया।
फिर महेश को बुलाया गया कि उसका गधा कुएं में गिर गया है गांव वालों ने एवं महेश ने बहुत प्रयास किया कि उस गधे को बाहर निकाल लिया जाए परंतु कुआं बहुत ज्यादा पुराना था।
जिस कारण गधे तक मदद पहुंचाना एवं उसे बाहर लाना काफी ज्यादा मुश्किल कार्य था। महेश एवं गांव वालों ने बहुत कोशिश करी पर उसे बाहर न निकाल सके महेश मान चुका था।
गांव वालों की सलाह के कारण महेश ने फैसला किया कि वह गधे को कुएं में ही जिंदा दफना देगा। गधे को बहुत उम्मीद थी कि उसका मालिक उसे बचा लेगा परंतु जब गांव वालों ने एवं महेश ने गधे पर मिट्टी डालनी शुरू करी तब गधा समझ गया कि वह उसे जिंदा दफनाना चाहते हैं।
इससे गधे को बहुत ही ज्यादा बुरा लगा लोग उस पर मिट्टी डाल रहे थे महेश भी ऐसा करते वक्त रो रहा था परंतु वह मजबूर था क्योंकि उसका गधा नीचे भूख और प्यास से तड़प रहा था।
गधा मरना नहीं चाहता था इसलिए वह लगातार कुएं में हलचल कर रहा था उसके लगातार हलचल करने के कारण मिट्टी उसके बदन पर नहीं टिक रही थी एवं वह कुएं की सतह पर गिरती गई।
गधे के लगातार गतिविधि करने के कारण मिट्टी का स्तर बढ़ने लगा और गधा धीरे-धीरे कुएं के ऊपर आने लगा महेश समझ गया कि उसका गधा मरना नहीं चाहता है एवं वह समझदार भी है।
इसलिए महेश ने लोगों से कहा कि इस प्रकार की मिट्टी डाली जाए जिसमें किसी प्रकार का पत्थर ना हो ताकी गधे को नुकसान ना हो।
लोगों ने ऐसा ही किया और वह लगातार मिट्टी डालते रहे एक समय ऐसा आया जब गधा मिट्टी का स्तर बढ़ने के कारण ऊपरी सतह पर आ गया।
गधा अपने मालिक की मेहनत को देखकर उसकी गोद में जाकर रोने लगा महेश ने भी अपने गधे को गले लगाया और वह अपने उस विचार पर रोने लगा जब उसने सोचा था कि वह गधे को जिंदा ही दफन कर देना चाहता था।
inspirational short story in hindi for students का निष्कर्ष
इस कहानी Short Motivational Stories With Moral, inspirational short story in hindi for students से हमें यह सीख मिलती है कि मुश्किल वक्त में हमें कभी भी मानसिक रूप से नियंत्रण नहीं खोना चाहिए यदि गधा जीवन जीने की इच्छा को त्याग देता एवं वह कुएं से निकलने का प्रयास न करता तो वह कभी भी वहां से नही निकल पाता।
इसी प्रकार हमें भी अपने कष्टों से निकलने का निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए यदि हम अपनी परिस्थितियों एवं मुश्किलों के चलते हार मान लेते हैं तो इससे हमारा जीवन बर्बाद हो जाता है।
मानसिक स्थिति का खेल inspirational short story in hindi for students
एक मोहन नाम का व्यक्ती एक बार नगर में लगे मशहूर मेले को देखने गया जोकि हर साल लगता था मोहन ने मेले में कई प्रकार के अद्भुत चीज़ें देखी जिससे उसे बहुत खुशी मिली।
परंतु जब मोहन एक सर्कस के पास से गुजर रहा था तब उसने देखा कि कुछ हाथियों को रस्सी से बांधा गया है जो की सर्कस में करतव किया करते थे।
मोहन यह देखकर हैरान था कि हाथी जोकी बहुत विशालकाय जीव होता है उसे सर्कस के मास्टर ने रस्सी से बांधकर रखा है।
हाथी चाहे तो उस रस्सी को चंद लम्हों में तोड़कर भाग सकता है एवं वह हमेशा के लिए आजाद हो सकता है परंतु वह ऐसा नहीं कर रहा है।
हाथी की दुर्दशा देख उसे बेचैनी होने लगी की हाथी बलशाली जीव होने के बाबजूद इस रस्सी को तोड़कर आजादी क्यों नहीं प्राप्त कर लेता।
पास से गुजर रहे एक सर्कस में काम करने वाले व्यक्ति से जब मोहन ने यह सवाल पूछा कि यह हाथी एक सामान्य सी रस्सी से बंधा है यह चाहे तो उसे तोड़कर भाग सकता है, परंतु यह ऐसा क्यों नहीं कर रहा है।
उस व्यक्ति ने बताया कि जब हाथी का बच्चा छोटा होता है तब वह हमेशा एक सामान्य रस्सी से ही बांधा जाता है। एवं जब वह बड़ा हो जाता है तब भी उसे रस्सी से बांधा जाता है हाथी बचपन में कोशिश करता है कि वह उस रस्सी को तोड़ दे।
परंतु बड़ा होते-होते वह यह बात भूल जाता है कि वह बलशाली हो गया है और फिर वह कभी भी रस्सी को तोड़ने का प्रयास नहीं करता है क्योंकि उसके मस्तिष्क में यह बात बैठ चुकी होती है कि वह इस रस्सी को नहीं तोड़ पाएगा रस्सी उससे ज्यादा बलशाली है।
इसीलिए वह उस रस्सी को कभी भी तोड़ने का प्रयास नहीं करता है और सदा इस सामान्य रस्सी में बंद कर अपनी पूरी उम्र बिता देता है। क्योंकि वह आजाद होने का एक और प्रयास नहीं करता।
हाथी की यह मनो दसा को देखकर मोहन को बहुत अजीब लगा और वह समझ गया कि यह सारा खेल मानसिक स्थिति का है यदि प्राणी प्रयास करना बंद कर देता है तो इससे उसका जीवन बर्बाद हो जाता है।
inspirational short story in hindi for students का निष्कर्ष
इस कहानी Short Motivational Stories With Moral से हमें यह सीख मिलती है कि यदि जीवन में कठिन वक्त आए तो हमें उससे निकलने का सदा प्रयास करते रहना चाहिए जब तक कठिन समय टल नहीं जाता हमें कठिन समय में जब तक घुटन नहीं होगी जब तक हम उसे आजादी नहीं पा सकते।
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