सफ़लता कदम चूमेगी पढ़े यह Jabardast Motivational Kahani For Success

Jabardast Motivational Kahani For Success

दोस्तों अक्सर जीवन में कई समस्याएं देखने को मिलती है जिनसे निपटने के लिऐ हमे Motivation Stories की आवश्यकता होती है जोकि हमे Motivate करती है। इसलिए दोस्तों हम आपसे साझा करेंगे जबरदस्त मोटिवेशनल कहानी फॉर सक्सेस (Jabardast Motivational Kahani For Success) यह जबरदस्त मोटिवेशनल कहानी हैं तो छोटी

(Short motivational story in hindi) पर यह किसी के भी जीवन को बदलने में सक्षम हैं। क्योंकि इनमे Motivation कूट कूट कर भरा है जोकि आपको अनोखा अनुभव कराएंगी। दोस्तों निम्नलिखित 3 Jabardast Motivational Kahani For Success बताई गई हैं जोकि आपके जीवन को बेहतर बना सकती हैं हम इसकी आशा करते हैं। 

भगवान से शिकायत Jabardast Motivational Kahani For Success

Jabardast Motivational Kahani For Success

एक सुंदर नाम का व्यक्ति जोकि सदा सभी से प्रेम भाव से बोलता था एवं हमेशा दूसरों की भावनाओं की कदर किया करता था और वह ईश्वर को बहुत ही ज्यादा मानता था।

इसलिए वह हर कार्य को करने से पहले ईश्वर को जरूर याद किया करता था। एक समय ऐसा आया जब उसके जीवन में हर काम बिगड़ने लगा और उसके जीवन में काफी ज्यादा समस्याएं आने लगी।

समस्या तब और भी ज्यादा बढ़ गई जब उसे नौकरी से भी निकाल दिया गया। ईश्वर के प्रति उसका विश्वास कम होने लगा था, क्योंकि वह हमेशा इश्वर की भक्ति में लीन रहता था।

परंतु उसके जीवन में समस्याओं का बोझ बढ़ता ही जा रहा था। नौकरी छूटने के बाद जब वह घर पर पहुंचा तो वह सीधा आरती घर में गया जहां पर वह ईश्वर की पूजा किया करता था।

उसने प्रार्थना की कि इश्वर उसके सपने में आए और उसको दर्शन दें ताकि वह उसकी समस्याओं का हल बता सके। उसने ईश्वर से बहुत ज्यादा करी कि वह उसके सपने में आए और उसको उसके दुखों से छुटकारा दिलाएं।

ह इश्वर से बहुत ज्यादा प्रेम किया करता था जिस कारण उसकी भावनाएं इश्वर तक पहुंची और ईश्वर ने रात्रि में उसके सपने में आकर उसको दर्शन दिए।

अनुराग ईश्वर के दर्शन पाकर धन्य हो गया था उसने इश्वर के चरणों में गिरकर प्रणाम किया, फिर उसने ईश्वर से एक-एक करके अपने जीवन के सभी दुखों के बारे में चर्चा की इश्वर उसके सभी दुखों को सुनते रहे।

सभी दुखों की चर्चा करने के बाद अनुराग ने कहा कि भगवान आप मुझे इन सभी दुखों से छुटकारा दे दें ताकि मैं जीवन सुखी सुखी ही जी सकूं।

सुंदर की बाते सुनने के बाद भगवान ने उससे कहा कि तुम अपने सभी दुखों को एक पर्चे पर लिखो और उसे पोटली में बांधो।

इश्वर ने सपने में जिस स्थान पर दर्शन दिए थे उस स्थान पर एक बड़ा बरगद का पेड़ था ईश्वर ने कहा कि इस पोटली को उस बरगद के पास छोड़ आओ जिससे तुम्हें सारे दुखों से छुटकारा मिल जाएगा।

परंतु एक सर्त है कि वहां पर कई सारी पोटलियां पड़ी हैं जिनमे लोगों के दुख लिखे है तुम्हे उनमें से एक पोटली उठाकर लानी पड़ेगी।

सुंदर उस बरगद के पेड़ के पास गया और उसने अपने दुखों की पोटली को वहां पर छोड़ दिया और बहुत प्रसन्न हुआ कि अब मुझे जीवन के सारे दुखों से छुटकारा मिल गया।

परंतु फिर उसे याद आया की इश्वर की शर्त है की बदले में एक कोई पोटली उठानी पड़ेगी। सुंदर ने एक सबसे छोटी पोटली उठाई जिसे लेकर वह चलने लगा फिर उसने सोचा कहीं इसमें कोई भयंकर बीमारी तो नहीं लिखी है जिससे मेरी मृत्यु हो जाए।

उसके बाद उसने दूसरी पोटली उठाई फिर सोचने लगा कहीं इसमें कुछ ऐसा तो नहीं है जिससे मेरे परिवार पर कष्ट आ जाए। इस प्रकार उसने कई पोटलिया उठाई पर सभी को छोड़ दिया और हार मान कर ईश्वर के चरणों में जाकर गिर गया।

उसने ईश्वर से कहा कि भगवान मैं अपनी मुश्किलों को ठीक कर लूंगा और मैं अपने जीवन को भी सामान्य कर लूंगा परंतु यदि दूसरे व्यक्ति का दुख मुझसे ज्यादा बड़ा हुआ तो मेरा जीवन बर्बाद हो जाएगा।

इसलिए मैं किसी और पोटली को नहीं उठा सकता हूं मैं आपसे क्षमा मांगता हूं। जो आपके द्वारा बनाए गए नियम को ना समझ सका और आपसे शिकायत करने लगा।

इस Jabardast Motivational Kahani For Success से सीख

इस Jabardast Motivational Kahani For Success से हमें यह सीखने को मिला है कि हमे मुश्किलों से लड़ना सीखना चाहिए और कभी भी यह नही सोचना चाहिए की मुझसे ज्यादा कोई परेशान नही होगा। हमे हमेशा इश्वर का धन्यवाद करना चाहिए की उसने हमे यह जीवन दिया और सलामत शरीर दिया जिससे हम अपने जीवन के सभी दुखों को समाप्त कर सकते हैं। 

दुख का अहसास Jabardast Motivational Kahani For Success

Jabardast Motivational Kahani For Success

बहुत पुराने समय की बात है एक नगर में सोमनाथ नाम का राजा राज किया करता था जो की बहुत ही ज्यादा दयाल था और उसकी चर्चा दूर-दूर के नगरों तक होती थी। राजा हमेशा अपनी प्रजा का ध्यान रखा करता था।

परंतु राजा की प्रशंसा का एक मुख्य कारण राजा का कुत्ता भी था क्योंकि राजा उससे बहुत ही ज्यादा प्रेम किया करता था। लोग अक्सर आपस में बात किया करते हैं कि यदि जानवरों से प्रेम करना सीखना हो तो राजा से सीखो।

राजा को अपना फालतू कुत्ता बहुत ही ज्यादा प्रिय था जिसे वह अपने बेटे की तरह मानता था उसकी देखभाल देखभाल के लिए कई नौकर लगे थे।

कुत्ता राजा का पालतू था इसलिए वह कभी किसी की बात नहीं मानता था वह सिर्फ राजा की बात मानता था और राजा से प्रेम भी किया करता था।

एक बार राजा को अपने मित्र से मिलने जाना था समुद्री सफर तय करके राजा को अपने मित्र से मिलने के लिए जाना था।

राजा ने अपने कुत्ते और मंत्री कुछ सिपाहियों के साथ मिलकर सफर शुरू किया। जब राजा का कुत्ता पहली बार नाव पर गया तो वह बहुत ज्यादा खुश हुआ क्योंकि उसके जीवन का समुद्र पर पहला सफर था इसलिए वह बहुत ज्यादा उछल कूद कर रहा था।

शुरू में तो राजा को बहुत अच्छा लगा कि उनका कुत्ता खुश है। कुत्ते की उछल कूद से मंत्री एवं सैनिक डरने लगे थे क्योंकि नाव लड़खड़ाने लगी थी और नाव पलटने का खतरा बढ़ता ही जा रहा था।

कुछ देर बाद राजा को महसूस हुआ कि यदि यह इसी प्रकार उछल कूद करता रहा तो इससे सभी की जान को खतरा है क्योंकि नाव पलट सकती है।

मंत्री जोकि का राजा के भाव देखकर समझ गया था कि राजा क्या चाहते हैं मंत्री राजा के पास गया और मंत्री ने हिम्मत करते हुए राजा से कहा कि महाराज यदि हमने इसको समय रहते नहीं रोका तो हम सब एक बड़ी मुसीबत में पड़ जाएंगे।

राजा ने कहा ठीक है तुम्हें जो करना है करो पर इसको शांत करके बैठाओ। मंत्री ने दो सैनिकों को अपने पास बुलाया और कहा कि कुत्ते को उठा लो। मंत्री आगे चला और सैनिक उसके पीछे चल रहे थे, मंत्री ने सैनिकों से कहा इस कुत्ते को समुद्र में फेंक दो।

मंत्री के कहने पर सिपाहियों ने ऐसा ही किया उन्होंने कुत्ते को समुद्र में फेंक दिया। ऐसा दुर्व्यवहार कुत्ते के साथ कभी नहीं हुआ था इसलिए वह घबरा गया और पानी में नाव का पीछा करने लगा क्योंकि यदि उसने नाव का पीछा नहीं किया तो वह अपने मालिक से हमेशा के लिए बिछड़ जाएगा।

उसने तैर कर नाव को पकड़ लिया और उसे पकड़े रखा। काफी देर तक वह नाव को पकड़े रहा और नाव चलती रही, कुछ देर बाद मंत्री ने सैनिकों से कहा कि अब इसको ऊपर उठा लो। सैनिकों ने ऐसा ही किया, मंत्री कुत्ते को राजा के पास लेकर गया।

राजा को देखकर कुत्ता भावुक हो गया और राजा के कदमों में चिपक कर बैठ गया। राजा कुत्ते को देखकर हैरान था क्योंकि वह थोड़ी देर पहले तो उछल कूद कर रहा था और रुकने का नाम नहीं ले रहा था।

राजा ने मंत्री से पूछा आपने ऐसा क्या किया कि यह बिल्कुल शांत हो गया और अब यह उछल कूद नहीं कर रहा है जिससे नाव डूबने का भी खतरा नहीं है।

मंत्री ने बड़े शांत स्वभाव से जवाब देते हुए कहा की महाराज दूसरे का दुख वही समझ सकता है जिस पर दुख खुद हावी हो जाता है।

राजा गीले कुत्ते को देखकर समझ गया कि मंत्री जी क्या समझाना चाहते हैं। राजा ने मंत्री की समझदारी की प्रशंसा की और उन्हें धन्यवाद भी कहा क्योंकि राजा का शरारती कुत्ता अब कभी भी शरारत करने से पहले कई बार सोचेगा। 

इस Jabardast Motivational Kahani For Success से सीख

इस Jabardast Motivational Kahani For Success से हमें ऐसी मिलती है कि हमें ज्यादा से ज्यादा दूसरे के जीवन की चल रही परिस्थितियों को समझने का प्रयास करना चाहिए एवं किसी पर सोच समझकर टिप्पणी करनी चाहिए प्रत्येक प्राणी को दूसरे के दुख का जब ही एहसास होता है जब वह खुद उस प्रकार के दुखों में उलझ जाता है। हमें दूसरों पर टिप्पणी करने से पहले खुद के जीवन पर ध्यान देना चाहिए एवं दूसरों पर टिप्पणियां करने से बचना चाहिए।

महिला का कष्ट Jabardast Motivational Kahani For Success

Jabardast Motivational Kahani For Success

एक महिला जिसका नाम लक्ष्मी था वह हमेशा ईश्वर की भक्ति मैं लीन रहती थी और इश्वर पर भरोसा किया करती थी। उसके जीवन की सबसे अनोखी बातें थी कि वह रोजाना मंदिर जाकर पूजा किया करती थी चाहे वह अपने शहर में हो गांव में हो या विदेश में हो।

जब वह विदेश घूमने के लिए गई तो उसने अपने होटल के आसपास मंदिर खोजना शुरू किया उसे पता चल गया कि कुछ दूरी पर भगवान का मंदिर है।

दूसरे दिन की सुबह वह उस मंदिर में गई तो उसने देखा कि वहां पर लोग पूजा आरती कम करते हैं एवं फोन में ज्यादा व्यस्त रहते हैं एवं फोटोस वगैरह खींचते रहते हैं।

उसे यह सब देखकर बहुत ही ज्यादा अजीब लगा और उसने इसे ईश्वर का अपमान समझा वह पूजा करने के बाद पंडित जी के पास गई और उसने कहा कि पंडित जी मुझे आपसे एक शिकायत है।

पंडित जी ने उस महिला से कहा क्या हुआ ? लक्ष्मी ने कहा पंडित जी मंदिर में भगवान की पूजा की जाती है यह पवित्र स्थान है यहां पर मैंने देखा लोगों को कि वह ईश्वर की भक्ति में कम यहां पर फोटोस खींचने में ज्यादा व्यस्त हैं।

लोग आपस में बातें कर रहे हैं महिलाएं अपने घर की बुराईयां आपस में कर रही हैं। लक्ष्मी ने पंडित जी से कहा मंदिर में यह सब करना भगवान के अपमान के बराबर है।

मंदिर में हमें सिर्फ पूजा आरती करनी चाहिए ताकि ईश्वर हमसे खुश हों। यह विदेशी था इसलिए पंडित जी जानते थे कि यहां पर यह सभी चीज सामान्य है, परंतु लक्ष्मी के मन को शांत करने के लिए लक्ष्मी का जवाब भी देना जरुरी था।

इसलिए पंडित जी ने लक्ष्मी से कहा कि कल तुम मंदिर के लिए पैदल चलकर आओगी और तुम एक लोटे में पानी भर कर लाना वह पानी गिरना नहीं चाहिए। लक्ष्मी ने दूसरे दिन बिल्कुल ऐसा ही किया उसने लोटे में पानी भरा और मंदिर की तरफ पैदल ही चलने लगी।

जब वह मंदिर पहुंची तो उसने भगवान की पूजा करी, और पंडित जी के पास आकर उसने अपने प्रश्न का पंडित जी से उत्तर मांगा। पंडित जी ने लक्ष्मी से कहा जब आज तुम मंदिर आई तब क्या तुमने किसी को घर की बातें करते हुए सुना और क्या तुमने किसी को फोटो खींचते हुए देखा।

लक्ष्मी ने जवाब देते हुए कहा नहीं पंडित जी मेरा पूरा ध्यान मेरा लोटे पर था ताकि वह गिर न जाए। पंडित जी ने लक्ष्मी को जवाब देते हुए कहा की हमें अपने कर्म पर ध्यान देना चाहिए जिस प्रकार तुम लोटे पर ध्यान दे रही थी तो तुम समाज की बुराइयां नहीं देख पाई।

इसी प्रकार हमें हमेशा अपने मकसद पर ध्यान देना चाहिए हमें समाज की अनेक बुराइयां दिखनी बंद हो जाएंगी। यदि हम समाज में बुराइयां देखने का प्रयास करेंगे तो हमारा जीवन बर्बाद हो जाएगा क्योंकि समाज में बहुत ज्यादा बुराईयां है

हमे अपने जीवन के लक्ष्य पर ध्यान देना चाहिए और उस पर अपना पूरा ध्यान केंद्रित कर देना चाहिए जिससे हम कई समस्याओं से बच सकते हैं। लक्ष्मी समझ गई कि हमें अपने लक्ष्य से मतलब रखना चाहिए और इस प्रकार हम अपने जीवन को सफल बना सकते हैं। 

इस Jabardast Motivational Kahani For Success से सीख 

इस Jabardast Motivational Kahani For Success से हमें यह सीख मिलती है कि हमें सदा अपने लक्ष्य कर ध्यान देना चाहिए यदि हम अपने लक्ष्य से भटक कर समाज में बुराइयां देखते हैं तो इससे हमारे जीवन में कठिनाइयां होने लगती है जिससे हमारा सामान्य जीवन दुविधाओं में पढ़ने लगता है।

इसलिए हमें सदा अपने लक्ष्य पर ध्यान देना चाहिए यदि हम अपना पूरा ध्यान अपने लक्ष्य पर केंद्रित कर देते हैं तो हमें अपने लक्ष्य को प्राप्त करने से कोई रोक नहीं सकता और हम अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल हो जाते हैं। 

दोस्तों यदि आपको हमारे द्वारा बताई गई Jabardast Motivational Kahani For Success पसंद आई हो और अगर आपको इससे Motivation मिला हो तो इस ब्लॉग पोस्ट को अपने मित्रों से जरुर साझा करें और रेटिंग देना न भूलें।

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